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पहली बार हरियाणा विधानसभा में बदला-बदला नजर आया परिदृश्य

 अधिकतर नए विधायकों को पहली बार मिला 8 से 10 मिनट का मौका
 
पहली बार हरियाणा विधानसभा में बदला-बदला नजर आया परिदृश्य
चंडीगढ़15 नवंबर। हरियाणा विधानसभा का शीतकालनीन सत्र का परिदृश्य पहली बार बदला-बदला सा नजर
आया। कांग्रेस बिना नेता प्रतिपक्ष के सत्र में उतरी है, 37 विधायकों वाली कांग्रेस सत्र से पहले अपना नेता नहीं चुन पाई।
चौ. अभय सिंह चौटाला और ज्ञानचंद गुप्ता व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व सीएम मनोहरलाल के बीच होने वाली
नौंकझौंक तक देखने को नहीं मिल, अभय चौटाला और ज्ञानचंद गुप्ता चुनाव हार गए तो मनोहरलाल लोकसभा चुनाव
जीतकर केंद्र में मंत्री हैं।  स्पीकर ने नए चुनकर आए विधायकों को खुलकर बोलने का पूरा मौका दिया। इसके साथ ही
अच्छे कार्य के लिए कांग्रे्रस के विधायकों ने सरकार और मुख्यमंत्री की सराहना भी की। अनुभवी विधायकों का नए
विधायकों पर आशीर्वाद बना रहा और उन्हें समझाया भी और उनकी सराहना भी की।
विधानसभा का शीतकालनीन सत्र में कई विधायकों की कमी जरूर खली। पूर्व इनेलो विधायक अभय सिंह
चौटाला और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के बीच  जो तीखी नौंक झौंक हुआ करती थी इस बार वह दिखाई नहीं  दी। अभय
सिंह चौटाला की सदन में दबंगई का अलग ही अंदाज देखने को मिलता था। इसके साथ ही तत्कालीन सीएम मनोहरलाल
और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच अलग ही प्रकार की बहस होती थी, उनका शांत करने के  लिए स्पीकर के
साथ साथ वरिष्ठ विधायकों को हस्तक्षेप करना पड़ता था।  इस बार सदप में माहौल पूरी तरह से पॉजीटिव ही नजर आया,
सभी ने एक- दूसरे की सराहना की। उधर मुख्यमंत्री नायब सिंह अलग ही अंदाज में दिखाई दिए, उन्होंने कांगेे्रस और
विधायक भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर तंज कसने का कोई मौका नहीं चूका। कई बार विधायक रघुवीर सिंह कादियान
अभिावक की भूमिका में दिखाई दिए, अपने अनुभव से  सदन में शांति बनाए रखने में अहम भूमिका में रहे, सबसेे बड़ी
बात ये देखने को मिली कि विधानसभा अध्यक्ष का रवैया सहयोगात्मक रहा। सभी को पूरा मौका दिया, बराबर दिया और
उनकी बात को विधायकों ने माना भी।
नए विधायकों को दिया पूरा मौका
विधानसभा अध्यक्ष हरविंद कल्याण ने सबसे पहले नए विधायकों के प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था की और उन्हें सदन की
कार्य कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से अवगत करवाया। विधायक पवन कुमार ने जब लिखा हुआ भाषण पढऩा शुरू
किया तो विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें टोका थी, शायद उन्होंनें ऐसा विधायक के अंतर आत्मविश्वास पैदा करने के लिए
कहा होगा। पूर्व सीएम हुड्डा ने भी इसकी जमकर तारीफ की। विधानसभा अध्यक्ष ने नए विधायकों को पांच से आठ
मिनट का तक समय दिया। उन्होंने बोलने का पूरा अवसर दिया, इसका असर यह रहा कि नए विधायकों ने अपनी अपनी
बात मजबूती के साथ रखी।
विधायकों ने सरकार की सराहना भी की और शिकायत भी
लोहारू के विधायक राजबीर सिंह फरटिया जब सदन में बोल रहे थे तो एक मौका ऐसा भी आया जब उन्होंनें  मंत्री श्रुति
चौधरी के कार्य की सराहना की। फरटिया ने कहा कि श्रुति चौधरी की वजह से ही  भिवानी तक पानी पहुंचा है। सिरसा
के कांगे्रस विधायक गोकुल सेतिया ने सिरसा में बाबा सरसांईनाथ मेडिकल कालेज निर्माण के लिए 832 करोड़ राशि का
टेंडर जारी करने और जल्द ही भूमि पूजन के लिए सीएम के सिरसा आने को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का
आभार व्यक्त किया तो इसके साथ ही सिरसा  में बढ़ते नशा और लंबित मांगों को लेकर सरकार पर तंज भी कसा।  
सेतिया ने सरकार की  सिरसा पुलिस की कारगुजारियों को लेकर खिंचाई भी की।
गुरूग्राम में  सरकारी अस्पताल का नाम सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के नाम पर रखा जाएगा
वीरवार शाम को  मुख्यमंत्री नायब सैनी ने   विधानसभा में कहा कि गुरुग्राम में करीब 1,000 करोड़ रुपये की लागत से
700 बिस्तरों वाला सरकारी अस्पताल बनाया जा रहा है, जिसका नाम सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के नाम पर
रखा जाएगा।  साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को सिख समुदाय की ओर से हरियाणा के एक विश्वविद्यालय में गुरु
नानक देव के नाम पर एक  चेयर  स्थापित करने का अनुरोध प्राप्त हुआ है।  इसके जवाब में हमने उच्च शिक्षा विभाग की
18 जनवरी 2024 की नीति के अनुसार इस तरह के प्रस्ताव को मंजूरी देने का फैसला किया है।
गीता भुक्कल ने दिया पंजाबी में भाषण
गुरूनानक पर्व को कांगे्रस विधायक गीता भुक्कल ने अपने भाषण पंजाबी में दिया।  कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सुझाव
दिया कि ये चेयर कुरुक्षेत्र में स्थापित की जाए, जबकि एक अन्य कांग्रेस सदस्य गीता भुक्कल ने कहा कि हरियाणा में
एक विश्वविद्यालय का नाम पहले सिख गुरु के नाम पर रखा जाना चाहिए।  हुड्डा, भुक्कल और इनेलो सदस्य आदित्य
देवीलाल ने पहले सिख गुरु को श्रद्धांजलि देते हुए लोगों से गुरु नानक देव के दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया
और कहा कि उनकी शिक्षाएं हमें मानवता की सेवा में धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती रहती हैं