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अंतिम फै सला पार्टी हाईकमान का ही होता है: सैलजा

 हरियाणा विधानसभा चुनाव में  बयार कांगे्रस के पक्ष में बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे
 
  अंतिम फै सला पार्टी हाईकमान का ही होता है: सैलजा
 मैं महिला हूं, दलित हूं, लंबा राजनीतिक अनुभव है तो सीएम क्यों नहीं बन सकती
चंडीगढ़, 29 अगस्त। अखिल भारतीय कांगे्रस की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि वे महिला है, दलित है  और उनका लंबा राजनीतिक अनुभव है फिर क्यों वे सीएम पद पर दावेदारी नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि कोई कुछ भी कहे पर कांगे्रस में अंतिम फै सला पार्टी हाईकमान का ही होता है। उन्होंने क हा कि कांगे्रस में कोई गुटबाजी नहीं है, एक साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और देखना कांग्रेस बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। प्रदेश में चुनावी बयार कांगे्रस के पक्ष में बह रही है और लोग कांगे्रस की सरकार बनाना चाहते है क्योंकि उन्हें भाजपा के दस साल के शासन में सिर्फ निराशा ही हाथ लगी। 
एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में कुमारी सैलजा ने कहा कि वे केंद्र में चार बार मंत्री रही है और पांचवी बार सांसद चुनी हुई है, राज्यसभा में रही है। विधानसभा चुनाव हो रहे है, कांग्रेस 10 साल  से सत्ता से बाहर है, इस सूखे को खत्म करने के लिए कांगे्र्रस कैसी तैयारी कर रही के जवाब में उन्होंने कहा कि कांगे्रस लगातार बढ़त की ओर है, 2019 मेें लोग कहते थे कि दहाई का आंकडा भी पार नही करेंगी पर 31 सीटें आई, जब कोई बड़ा बदलाव होता हैै तो नतीजे भी चौंकाने वाले आते हैं। सभी एक साथ मिलकर चुनाव में लगे हुए है, भाजपा के प्रति लोगों में नाराजगी है, गुस्सा है, जनता कांंग्रेस को विकल्प के रूप में देख रही है और वह कांगे्रस की सरकार लाना चाहती है, जनता चाहती है तो है कांगे्रस को प्रचंड बहुमत मिलेगा क्योंकि लोकतंत्र में जनता जर्नादन ही सबसे बड़ी शक्ति होती है। कांग्रेस का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है, कोई थर्ड फ्र ंट नहीं है, इनेलो बसपा के साथ है तो जजपा चंदशेखर की पार्टी के साथ जा रही है पर सबको पता है कि मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही होगा। कांगे्रस जीती हुई लड़ाई लड़ रही है। लोगों का साथ मिल रहा है, हमारी 90 की 90 सीटों पर नजर होगी।
टिकट वितरण को लेकर पार्टी में क्या चल रहा है के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांगे्रस से बहुत समय पहले चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी, उधर चुनाव आयोग ने उम्मीद से पहले चुनाव की तिथि की घोषणा कर दी।  टिकट पर काम चल रहा है, चयन की प्रक्रिया चालू है, चुनाव समिति की बैठक हो चुकी है, स्क्र ीनिंग कमेटी अपना काम कर रही है। विधानसभा चुनाव लडऩे की इच्छा पर उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले ही उन्होंने कहा था कि वे विधानसभा चुनाव लडऩा चाहती है, वे राष्ट्रीय और अंतर राष्ट्रीय स्तर पर काम कर चुकी हैै अब अपने राज्य हरियाणा के लिए काम करना चाहती हैैं। किस सीट से चुनाव लडऩा के जवाब में उन्होंने कहा कि हरियाणा अपना राज्य है जहां से हाईकमान का आदेश होगा चुनाव लड़ेंगे। टिकट का फैसला भी हाईकमान ही करेगा। हुड्डा फेक्टर के आगे हाईकमान की नहीं चलती के जवाब में उन्होंने कहा कि हाईकमान को कोई नहीं चलाता, हाईकमान ही सबको चलाता है, हां एक बात है अगर कोई एक बार सीएम बन जाता है तो उसकी पॉवर बढृ जाती है, रही सीएम पद पर दावेदारी की तो कोई भी कर सकता है ये कहां लिखा है कि सीएम पद पर कोई दावेदारी नहीं सकता। बदलाव आता है और जब भी आता है तो अच्छे के लिए आता है। क्या हाईकमान से सीएम बनने का कोई संकेत मिला हैै के जवाब में कुमारी सैलजा ने कहा कि सब हाईकमान के करीब है, कांगे्रस में उनकी विश्वसनीयता 20 नहीं 21 है। कांगे्रस के बुरे दिन भी आए पर उन्होंने एक मिनट के लिए भी कांगे्रस का साथ ही छोड़ा। वे कांगे्रस की सच्ची सिपाही है। हरियाणा में क्या एससी वर्ग का सीएम होना चाहिए के जवाब में उन्होंने कहा कि सीएम तो हर वर्ग का हो सकता है, जब समानता की बात हो सकती हैै तो एससी वर्ग का सीएम क्यों नहीं हो सकता। इसमें कोई अड़चन नहीं होनी चाहिए, वे दलित है, महिला है उनका राजनीतिक अनुभव बहुत लंगा है तो क्या वे सीएम पद के लिए दावेदारी नहीं हो सकती। उन्होंने दावा किया है अंतिम फै सला तो हाईकमान को ही करना है। हरियाणा में कांग्रेस की गुटबाजी से इंकार करते हुए उन्होंने कहा कि एसआरके या एसआरबी भी मीडिया की ही देन है, उनके द्वारा ही ये नाम रखे गए है। कांग्रेस एक जुट है तो यात्राएं अलग अलग क्यों के जवाब में उन्होंने कहा कि जनवरी में उन्होंने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खडग़े का संदेश जन जन तक पहुंचाने के लिए कांगे्रस संदेश यात्रा शुरू की थी, जो भी यात्राएं जारी है वे सब पार्टी की मजबूती के लिए हो रही है।