Pal Pal India

पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर खुद नशा बेचते हैं: डॉ सुशील गुप्ता

 
 पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर खुद नशा बेचते हैं: डॉ सुशील गुप्ता
कैथल, 24 अप्रैल।  आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता ने प्रेसवार्ता कर नवीन जिंदल पर साधा निशाना। उन्होंने कहा कि नवीन जिंदल गेहूं की बोरियां उठा रहे हैं, लेकिन लाखों बोरियां मंडी में पड़ी हैं, उठान की बात नहीं कर रहे। भाजपा ने जानबूझकर उठान के लिए अपने चेहतों को ठेका दे रखा है। मंडी के बाहर सैकडों ट्रालियां लाइन में खड़ी हैं, लेकिन मंडी में अनाज डालने के लिए जगह नहीं मिल रही। मंडी में आवक बढ़ती जा रही है और खरीदारी जीरो होती जा रही है। किसान नुकसान उठाने को मजबूर हैं। पूरे हरियाणा में लाखों क्विंटल गेहूं खुले में पड़ा है और सरकार इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं कर रही। ढांड की मंडी में बारदाना नहीं दिया, किसान मजबूरी में अडानी के साइलो की तरफ रास्ता कर रहा है। जहां कई कई किलोमीटर की लाइन लगी हुई है। जब कई दिनों बाद नंबर आता है तो अनाज में कमियां निकली जाती हैं। जिसको किसान औने पौने दाम में बेचने को मजबूर हो जाता है। उन्होंने कहा कि किसान एक तरफ कुदरत और दूसरी तरफ सरकार की मार झेल रहे हैं। भाजपा के उम्मीदवार नवीन जिंदल ने कट्टा तो उठाया, जिसमें वो तीन बार गिरे भी, लेकिन उठान की बात नहीं की। भाजपा ने साजिश के तहत पहले भी मंडियों को बंद करने की कोशिश की थी और अब फिर मंडियों को बंद करना चाहती है। भाजपा अन्य राज्यों की तरह स्थिति पैदा करना चाहते हैं ताकि किसानों को एमएसपी न देनी पड़े। नवीन जिंदल खुद को किसान हितैषी, मजदूरों को भाई और किसान का बेटा कहते हैं, लेकिन ये किसान विरोधियों के साथ क्यों खड़े हैं। किसानों की स्थिति सुधारने के लिए काम क्यों नहीं कर रहे या केवल वोट लेने के लिए खुद को किसान का बेटा कह रहे हैं। किसान पर जो जुल्म भाजपा ने किया है उसका जवाब किसान वोट से देगा। उन्होंने कहा कि यदि नवीन जिंदल किसान हितैषी हैं तो उठान के लिए सीएम नायब के घर पर धरना क्यों नहीं देते? नवीन जिंदल बोरियां उठाकर नाटक क्यों कर रहे हैं? गुहला चीका के घर घर में नशा फैल रहा है। ओवर डोज नशे की वजह से नौजवानों को मौत हो रही है। यहां का पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर खुद नशा बेचते हैं। कुलवंत बाजीगर बताए कि उनकी गाड़ी दो महीने तक डीसी कार्यालय में क्यों खड़ी रही थी और क्या सेटिंग हुई कि बिना मुकदमा दर्ज करे वो गाड़ी वहां से आ गई। यदि कोई अधिकारी इनकी गाडिय़ों को रोकता है तो उसका तबादला करा देते हैं।