बैंक का फर्जी डीडी बनाकर एक करोड़ का फ्रॉड करने वाले आठ आरोपी गिरफ्तार
आरोपियों से करीब 47 लाख रुपये, ब्रेजा गाडी, फर्जी डी.डी. बनाने में प्रयोग मोहर बरामद
Fri, 3 Mar 2023

फरीदाबाद, 03 मार्च। कंपनी के नाम पर फर्जी डीडी तैयार करवाकर एक करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे सें 47 लाख रूपए, गाड़ी, मोहर, प्रिंटर इत्यादि बरामद किए है।
आरोपियों ने दिल्ली में एक करोड व रोहतक मे 1.5 करोड़ का भी फ्रॉड किया था। गौरतलब है कि 17 जनवरी को दिल्ली में स्थित एक कम्पनी ईकेईएन वेयर हाउस एडं लोजस्टिक के नाम की एक करोड रुपए की बैंक डी.डी. बनी। असली डी.डी. का फोटो अन्य आरोपियों के माध्यम से व्हाट्सएप के जरिए आरोपी गौरव के पास आई। आरोपी ने असली डीडी की हु- ब-हू नकली डी.डी. तैयार करके अन्य आरोपियो की साहयता से यूनियन बैंक आफ इण्डिया एनआईटी फरीदाबाद से कैश करा लिया। जिसने बैंक से एक करोड़ की हसली डीडी बनवाई थी उसको कैंसिल करा दिया गया।
बाद में पता लगने पर बैंक मैनेजर ने फर्जी डी.डी. द्वारा फ्रॉड करने के संबंध में थाना एनआईटी में शिकायत दी जिसपर थाना एनआईटी में मामाल दर्ज किया गया। मामले में कार्रवाई करते हुए थाना एनआईटी प्रभारी सुनीता और उसकी टीम ने लगातार कार्य करते हुए बैक का फर्जी डीडी बनाकर 1 करोड़ रुपए का फ्रॉड करने वाले 8 आरोपियो को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
गिरफ्तार आरोपियों में ओमकार, जगन सिंह, प्रदीप, संजय, अमित, मधुर, विजय कुमार और गौरव सिंह का नाम शामिल है। मामले में मुख्य आरोपी गौरव दिल्ली के मुखर्जी नगर के गांव धीरपुर का, आरोपी विजय कुमार दिल्ली के अशोका विहार फेस -2 का, आरोपी मधुर उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बड़ौत का,आरोपी अमित उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के शमशाबाद का, आरोपी संजय फरीदाबाद के सेक्टर-16 का, आरोपी प्रदीप धवन उर्फ राजू बल्लबगढ की , हाउसिंग बोर्ड कालोनी सेक्टर-3 का, आरोपी जगन सिंह एनआईटी का तथा आरोपी ओमकार बल्लबगढ की सुभाष कॉलोनी का रहने वाला है। आरोपी संजय का बिजनेस पार्टनर प्रदीप है। प्रदीप का बिजनेस पार्टनर ओमकार है। ओमकार की वर्कशॉप संजय कॉलोनी में स्थित है ओमकार के खाते में डी.डी. को कैश कराया गया। पुलिस ने आरोपियों को पूछताछ के बाद शुक्रवार अदालत में पेश करके जेल भेज दिया।
आरोपियों ने दिल्ली में एक करोड व रोहतक मे 1.5 करोड़ का भी फ्रॉड किया था। गौरतलब है कि 17 जनवरी को दिल्ली में स्थित एक कम्पनी ईकेईएन वेयर हाउस एडं लोजस्टिक के नाम की एक करोड रुपए की बैंक डी.डी. बनी। असली डी.डी. का फोटो अन्य आरोपियों के माध्यम से व्हाट्सएप के जरिए आरोपी गौरव के पास आई। आरोपी ने असली डीडी की हु- ब-हू नकली डी.डी. तैयार करके अन्य आरोपियो की साहयता से यूनियन बैंक आफ इण्डिया एनआईटी फरीदाबाद से कैश करा लिया। जिसने बैंक से एक करोड़ की हसली डीडी बनवाई थी उसको कैंसिल करा दिया गया।
बाद में पता लगने पर बैंक मैनेजर ने फर्जी डी.डी. द्वारा फ्रॉड करने के संबंध में थाना एनआईटी में शिकायत दी जिसपर थाना एनआईटी में मामाल दर्ज किया गया। मामले में कार्रवाई करते हुए थाना एनआईटी प्रभारी सुनीता और उसकी टीम ने लगातार कार्य करते हुए बैक का फर्जी डीडी बनाकर 1 करोड़ रुपए का फ्रॉड करने वाले 8 आरोपियो को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
गिरफ्तार आरोपियों में ओमकार, जगन सिंह, प्रदीप, संजय, अमित, मधुर, विजय कुमार और गौरव सिंह का नाम शामिल है। मामले में मुख्य आरोपी गौरव दिल्ली के मुखर्जी नगर के गांव धीरपुर का, आरोपी विजय कुमार दिल्ली के अशोका विहार फेस -2 का, आरोपी मधुर उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बड़ौत का,आरोपी अमित उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के शमशाबाद का, आरोपी संजय फरीदाबाद के सेक्टर-16 का, आरोपी प्रदीप धवन उर्फ राजू बल्लबगढ की , हाउसिंग बोर्ड कालोनी सेक्टर-3 का, आरोपी जगन सिंह एनआईटी का तथा आरोपी ओमकार बल्लबगढ की सुभाष कॉलोनी का रहने वाला है। आरोपी संजय का बिजनेस पार्टनर प्रदीप है। प्रदीप का बिजनेस पार्टनर ओमकार है। ओमकार की वर्कशॉप संजय कॉलोनी में स्थित है ओमकार के खाते में डी.डी. को कैश कराया गया। पुलिस ने आरोपियों को पूछताछ के बाद शुक्रवार अदालत में पेश करके जेल भेज दिया।