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कड़कड़ाती धूप और उमस भरी गर्मी के बावजूद नामचर्चा सत्संग में भारी तादाद में पहुंची साध-संगत​​​​​​​

163 मानवता भलाई कार्यों को गति देने का साध-संगत ने दोहराया संकल्प
 
  कड़कड़ाती धूप और उमस भरी गर्मी के बावजूद नामचर्चा सत्संग में भारी तादाद में पहुंची साध-संगत​​​​​​​
सिरसा। शाह सतनाम-शाह मस्तान जी धाम व मानवता भलाई केंद्र डेरा सच्चा सौदा सिरसा में रविवार को नामचर्चा सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कड़कड़ाती धूप और उमस वाली गर्मी के बावजूद राम-नाम रूपी रूहानी ठंडक लेने के लिए बड़ी तादाद में साध-संगत ने भाग लिया। सत्संग पंडाल में लगार्ई गई बड़ी एलईडी स्क्रीनों पर पूज्य गुरु जी के अनमोल वचनों को चलाया गया, जिसे साध-संगत ने एकाग्रचित होकर श्रवण किया। इस दौरान उपस्थित साध-संगत ने डेरा सच्चा सौदा की ओर से किए जा रहे 163 मानवता भलाई के कार्यों को और अधिक गति से करने का संकल्प लिया। वहीं इन्हीं कार्यों में शामिल फूड बैंक मुहिम के तहत अति जरूरतमंद परिवारों को एक-एक महीने का राशन दिया गया। इसके साथ ही शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल में विशाल जनकल्याण परमार्थी चिकित्सा जांच शिविर भी लगाया गया, हजारों मरीजों को नि:शुल्क उचित परामर्श दिया गया व दवाइयां भी फ्री में दी गई। इससे पूर्व नामचर्चा सत्संग कार्यक्रम की शुरुआत धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का पवित्र नारा लगाकर की गई। इसके पश्चात कविराजों ने भजन वाणी के माध्यम से सतगुरु की महिमा का यशोगान किया।
              नामचर्चा सत्संग कार्यक्रम में उपस्थित साध-संगत को संबोधित करते हुए पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि मालिक, परम पिता परमात्मा का जो प्यार है, वो अनमोल है, लेकिन भाग्यशाली वो होते है जिन्हें यह अनमोल प्यार मिल जाता है। प्यार के आज के दौर में मीनिंग बदल गए है, मायने बदल गए है, क्योंकि लोग सोचते है कि जो दुनियावी रिश्ते है वो ही प्यार है। जितने भी दुनियावी रिश्ते होते हैं उनके लिए भावना है एक हद तक। आप उस रिश्ते से वो भावना निभा सकते है। हद से जब गुजर जाते हैं तो वो मोह ममता बन जाती है। जिसके लिए आने वाले समय में आपको दुख भोगने पड़ेंगे। हद से ज्यादा प्यार किसी से भी कोई करता है तो मालिक ना करे, उनमें से कोई एक चला (मृत्यु) जाता है तो दूसरा रहे कैसे? हद से ज्यादा प्यार एक से ही करो, जो कभी जाता ही नहीं और वो है ओम, हरी, अल्लाह, वाहेगुरु, सतगुरु, राम। वो कभी विछोड़ा नहीं देता, कभी दूर नहीं होता। हर पल, हर समय हमारे साथ रहता है। कण-कण जर्रे-जर्रे में वो मौजूद है। ऐसे परम पिता परमात्मा को अगर सच्चे दिल से याद करोगे, तड़फ के याद करोगे तो वह जरूर मिलेगा। पूज्य गुरु जी ने आगे फरमाया कि अगर उससे एक बार तार जुड़ गई तो वो कभी टूटती नहीं। चाहे काम-वासना, क्रोध, लोभ, मोह, अंहकार, मन, माया कितना भी जोर लगा ले, वो
तार  इतनी जबरदस्त तरीके से जुड़Þती है, उसके लिए ये दुनिया या ये सातों चोर कोई मायने नहीं रखता। पर इसके लिए भगवान के नाम का अभ्यास जरूरी है। सुमिरन करना जरूरी है, तो आप को जब भी समय मिले, तो कोशिश कीजिएगा एकांत में या अपने कमरे में या डिम लाइट या अगर अंधेरे में आपको डर नहीं लगता तो आप बिल्कुल अंधेरे में पालथी मारकर बैठे, अपना ध्यान जमा कर बैठे और सुमिरन करे तो भगवान के दर्शन जरूर होंगे। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि भगवान, परमात्मा एक होकर भी सभी खंडों, ब्रह्मांडों में रहता है। सभी धर्मों में लिखा है कि इंसान को अर्ली मॉर्निंग में सुमिरन करना चाहिए। पूज्य गुरु जी ने आगे फरमाया कि अगर इंसान लगातार प्रभु की भक्ति करता है तो भगवान, परमात्मा के दर्शन उसे उसके गुरु के रूप में भी हो सकते हैं।
- नि:शुल्क कैंप का हजारों ने उठाया फायदा
शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल में रविवार को जनकल्याण परमार्थी चिकित्सा जांच शिविर का आयोजन किया गया। जिसकी शुरुआत अस्पताल प्रबंधन, चिकित्सकों व उपस्थित साध-संगत की ओर से धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का पवित्र नारा और अरदास बोलकर की गई। शिविर में पहुंचे विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की ओर से मरीजों को सही परामर्श दिया गया। कैंप का हजारों मरीजों ने फायदा उठाया।
-  सत्संग की महिमा पर दिखाई डॉक्यूमेंट्री
नामचर्चा सत्संग कार्यक्रम के दौरान सत्संग की महिमा से संबंधित एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। जिसमें दिखाया गया कि पूरी दुनिया में आज के दौर में सभी अशांत और परेशान है तथा इस दौर में आत्मिक शांति की ओर बढ़ने की आवश्यकता है। सभी धर्म इंसान को एकता और आपसी प्रेम की संज्ञा देते है। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु जी आज करोड़ों लोगों का मार्गदर्शन कर रहे है और उन्हें सही राह दिखा रहे है।
- सॉन्ग से दिया नशा छोड़ने का संदेश
नामचर्चा सत्संग कार्यक्रम के दौरान पंडाल में लगाई गई एलईडी स्क्रीनों पर युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करने के लिए पूज्य गुरु जी द्वारा नशों से दूर रहने के लिए प्रेरित करते गाए गए सॉन्ग मेरे देश की जवानी और आशीर्वाद मांओं को चलाया गया। सॉन्ग के माध्यम से नशे में बर्बाद होते युवाओं को राम-नाम का जाप कर नशा छोड़ने का सशक्त संदेश दिया गया। इन शब्दों को सुनकर हजारों युवा नशों से तौबा कर चुके है