सुविधाओं से वंचित सेक्टरवासी करेेंगे लोकसभा चुनाव का बहिष्कार
सेक्टर में प्रवेश गेट पर आरडब्ल्यूए ने लगाया चुनाव के बहिष्कार का बोर्ड
Apr 25, 2024, 20:35 IST
गुरुग्राम, 25 अप्रैल सेक्टर-38 के लोग इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगे। यह बात हम नहीं बल्कि सेक्टर के गेट पर आरडब्ल्यूए की ओर से मतदान नहीं करने के लगाए गए बोर्ड से पता चला है।
दरअसल सेक्टर-38 में एंट्री गेट पर लाल रंग का एक बोर्ड आरडब्ल्यूए की ओर से लगाया गया है। इस लाल बोर्ड पर सफेद अक्षरों में अंग्रेजी में लिखा गया है कि-कम्पलीट बायकाट ऑफ लोकसभा इलेक्शन बाय आरडब्यलूए एंड रेजीडेंट्स। यानी लोकसभा चुनाव का पूरी तरह से आरडब्ल्यूए और रेजीडेंट बहिष्कार करते हैं। इस कारण भी इसी बोर्ड पर लिखा गया है। बायकाट के नीचे लिखा गया है कि-नो वाटर, नो रोड्स, ओवर फ्लोइंग सीवर। व्हाय शूड बी वोट। यानी ना पानी है, ना सडक़ें हैं और सीवर ओवर फ्लो रहते हैं। ऐसे में क्यों वोट करें।
इस तरह से सेक्टर-38 के लोगों ने अपनी समस्या भी उठाई है और शासन-प्रशासन को साफ संदेश भी दिया है कि लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही। ऐसे में उनके पास मतदान ना करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचा। अपनी मांग उठाने का क्षेत्र के लोगों ने इसे ही बेहतर समझा। लोगों ने बताया कि जब बरसात आती है तो सेक्टर में जलभराव हो जाता है। जिसे निकालने के कोई खास प्रबंध नहीं होते। पीने के पानी की यहां समस्या रहती है। ऊपर से सीवरेज ओवरफ्लो सडक़ों पर चलने में बाधा उत्पन्न करते हैं। सीवरेज के पानी से सडक़ें टूटी हैं। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि जब उनके दरवाजे पर नेता वोट मांगने जाएंगें तो वे किस आधार पर वोट मांगेंगे।
दरअसल सेक्टर-38 में एंट्री गेट पर लाल रंग का एक बोर्ड आरडब्ल्यूए की ओर से लगाया गया है। इस लाल बोर्ड पर सफेद अक्षरों में अंग्रेजी में लिखा गया है कि-कम्पलीट बायकाट ऑफ लोकसभा इलेक्शन बाय आरडब्यलूए एंड रेजीडेंट्स। यानी लोकसभा चुनाव का पूरी तरह से आरडब्ल्यूए और रेजीडेंट बहिष्कार करते हैं। इस कारण भी इसी बोर्ड पर लिखा गया है। बायकाट के नीचे लिखा गया है कि-नो वाटर, नो रोड्स, ओवर फ्लोइंग सीवर। व्हाय शूड बी वोट। यानी ना पानी है, ना सडक़ें हैं और सीवर ओवर फ्लो रहते हैं। ऐसे में क्यों वोट करें।
इस तरह से सेक्टर-38 के लोगों ने अपनी समस्या भी उठाई है और शासन-प्रशासन को साफ संदेश भी दिया है कि लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही। ऐसे में उनके पास मतदान ना करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचा। अपनी मांग उठाने का क्षेत्र के लोगों ने इसे ही बेहतर समझा। लोगों ने बताया कि जब बरसात आती है तो सेक्टर में जलभराव हो जाता है। जिसे निकालने के कोई खास प्रबंध नहीं होते। पीने के पानी की यहां समस्या रहती है। ऊपर से सीवरेज ओवरफ्लो सडक़ों पर चलने में बाधा उत्पन्न करते हैं। सीवरेज के पानी से सडक़ें टूटी हैं। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि जब उनके दरवाजे पर नेता वोट मांगने जाएंगें तो वे किस आधार पर वोट मांगेंगे।