हरियाणा में कांग्रेस ने इकलौती राज्यसभा सीट दांव पर लगाई
Apr 27, 2024, 21:16 IST
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रोहतक, 27 अप्रैल हरियाणा में कांग्रेस ने लोकसभा सीट जीतने के लिए प्रदेश की इकलौती राज्यसभा सीट भी दांव पर लगा दी है। रोहतक लोकसभा से राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा को पांचवीं बार मैदान में उतारा गया है। पिछले चार लोकसभा चुनाव में से दीपेंद्र सिंह हुड्डा 3 बार जीतकर लोकसभा में गए हैं। वहीं 2019 के चुनाव में दीपेंद्र हुड्डा भाजपा के प्रत्याशी डॉ. अरविंद शर्मा से कांटे के मुकाबले में हार गए थे। इसके बाद 2020 में वे राज्यसभा में पहुंचे। हरियाणा प्रदेश में 5 राज्यसभा व 10 लोकसभा सीटें हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा ने सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस के हाथ एक भी सीट नहीं लगी। वहीं राज्यसभा की 5 सीटों में से कांग्रेस के पास एक ही राज्यसभा सीट हैं। यह सीट हाथ से न निकल जाए इसके लिए पहले दीपेंद्र हुड्डा का टिकट कटने की चर्चा थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दरअसल, दीपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक से लोकसभा चुनाव जीतते हैं तो उन्हें एक पद (लोकसभा या राज्यसभा पद) से इस्तीफा देना होगा। ऐसे में दीपेंद्र सिंह हुड्डा राज्यसभा पद छोड़ते हैं तो कांग्रेस की इकलौती राज्यसभा सीट भी जा सकती है।
रोहतक से भाजपा के उम्मीदवार डॉ. अरविंद शर्मा भी कांग्रेस की टिकट घोषित होने से पहले ही दीपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनौती दे चुके हैं। अरविंद शर्मा का कहना है कि चुनाव का असली मजा तो दीपेंद्र के साथ ही आएगा। कांग्रेस ने भी दीपेंद्र हुड्डा पर ही भरोसा जताया और उन्हें टिकट दे दी। दीपेंद्र हुड्डा खुद भी रोहतक से चुनाव लडऩे के बात काफी समय से कहते आ रहे थे। रोहतक लोकसभा से दीपेंद्र हुड्डा को ही कांग्रेस में मजबूत दावेदार माना जा रहा था। क्योंकि वे तीन बार सांसद रह चुके हैं। वहीं लोगों के बीच छवि भी अच्छी है। इधर, दीपेंद्र हुड्डा पिछले कई महीनों से लोगों के बीच जाकर डोर-टू-डोर अभियान चला रहे हैं। साथ ही अपने लिए वोट की अपील भी कर रहे हैं।
2019 में 7503 वोटों से हारे थे दीपेंद्र
2019 लोकसभा चुनाव में रोहतक लोकसभा पर कुल 12 लाख 24 हजार 994 वोट (70.52 प्रतिशत) पोल हुए थो। इनमें से भाजपा के डॉ. अरविंद शर्मा को 5 लाख 73 हजार 845 वोट मिले और कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 5 लाख 66 हजार 342 वोट मिले। दीपेंद्र सिंह हुड्डा 7503 वोटों से हार गए थे। वर्ष 2014 में रोहतक लोकसभा से कुल 10 लाख 45 हजार 723 वोट पोल हुए। इसमें से कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा को 4 लाख 90 हजार 63 वोट मिले औप भाजपा के उम्मीदवार ओमप्रकाश धनखड़ को 3 लाख 19 हजार 436 वोट मिले। दीपेंद्र हुड्डा 1 लाख 70 हजार 627 वोटों से विजयी हुए।
2009 लोकसभा चुनाव के दौरान रोहतक लोकसभा में कुल 8 लाख 35 हजार 930 वोट पोल हुए। इसमें से कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 5 लाख 85 हजार 16 वोट मिले। वहीं नजदीकी प्रतिद्वंद्वी इनेलो के प्रत्याशी रहे नफे सिंह राठी को एक लाख 39 हजार 280 वोट मिले। जिसके कारण दीपेंद्र हुड्डा 4 लाख 45 हजार 736 वोटों से हार गए।
रोहतक से भाजपा के उम्मीदवार डॉ. अरविंद शर्मा भी कांग्रेस की टिकट घोषित होने से पहले ही दीपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनौती दे चुके हैं। अरविंद शर्मा का कहना है कि चुनाव का असली मजा तो दीपेंद्र के साथ ही आएगा। कांग्रेस ने भी दीपेंद्र हुड्डा पर ही भरोसा जताया और उन्हें टिकट दे दी। दीपेंद्र हुड्डा खुद भी रोहतक से चुनाव लडऩे के बात काफी समय से कहते आ रहे थे। रोहतक लोकसभा से दीपेंद्र हुड्डा को ही कांग्रेस में मजबूत दावेदार माना जा रहा था। क्योंकि वे तीन बार सांसद रह चुके हैं। वहीं लोगों के बीच छवि भी अच्छी है। इधर, दीपेंद्र हुड्डा पिछले कई महीनों से लोगों के बीच जाकर डोर-टू-डोर अभियान चला रहे हैं। साथ ही अपने लिए वोट की अपील भी कर रहे हैं।
2019 में 7503 वोटों से हारे थे दीपेंद्र
2019 लोकसभा चुनाव में रोहतक लोकसभा पर कुल 12 लाख 24 हजार 994 वोट (70.52 प्रतिशत) पोल हुए थो। इनमें से भाजपा के डॉ. अरविंद शर्मा को 5 लाख 73 हजार 845 वोट मिले और कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 5 लाख 66 हजार 342 वोट मिले। दीपेंद्र सिंह हुड्डा 7503 वोटों से हार गए थे। वर्ष 2014 में रोहतक लोकसभा से कुल 10 लाख 45 हजार 723 वोट पोल हुए। इसमें से कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा को 4 लाख 90 हजार 63 वोट मिले औप भाजपा के उम्मीदवार ओमप्रकाश धनखड़ को 3 लाख 19 हजार 436 वोट मिले। दीपेंद्र हुड्डा 1 लाख 70 हजार 627 वोटों से विजयी हुए।
2009 लोकसभा चुनाव के दौरान रोहतक लोकसभा में कुल 8 लाख 35 हजार 930 वोट पोल हुए। इसमें से कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 5 लाख 85 हजार 16 वोट मिले। वहीं नजदीकी प्रतिद्वंद्वी इनेलो के प्रत्याशी रहे नफे सिंह राठी को एक लाख 39 हजार 280 वोट मिले। जिसके कारण दीपेंद्र हुड्डा 4 लाख 45 हजार 736 वोटों से हार गए।