विकलांग से बंधुआ मजदूरी करवाने की शिकायत पर प्रशासन में हडक़ंप
Apr 10, 2025, 20:12 IST

फतेहाबाद, 10 अप्रैल जिले के रतिया उपमंडल के गांव ढाणी बिलासपुर में एक विकलांग व्यक्ति को बंधुआ मजदूर बनकर काम करने की शिकायत मिलने पर उप मंडल प्रशासन में हडक़ंप मच गया। उपायुक्त के निर्देशों पर गुरुवार को एसडीएम सुरेश कुमार, उप पुलिस अधीक्षक सहित मामले की जांच करने के लिए गांव ढाणी बिलासपुर में पहुंचे जहां पर जब उन्होंने उक्त व्यक्ति के बयान दर्ज किया तो व्यक्ति ने बंधुआ मजदूरी की बात से इनकार कर दिया। इसके बाद शिकायत झूठी पाई गई और एसडीएम ने जांच रिपोर्ट बनाकर जिला उपायुक्त को भेज दी।
मिली जानकारी के अनुसार जिला उपायुक्त मनदीप कौर को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा एक विकलांग व्यक्ति की वीडियो बनाकर भेजी गई। इसमें आरोप लगाया गया कि गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा उक्त विकलांग व्यक्ति को बंधुआ मंजूर बनाकर पिछले कई सालों से मजदूरी का काम करवाया जा रहा है और उसे मजदूरी भी नहीं दी जा रही। इस पर उपायुक्त ने एसडीएम सुरेश कुमार को तुरंत जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिला उपायुक्त के निर्देशों पर एसडीएम सुरेश कुमार ने नायब तहसीलदार बीडीपीओ थाना अध्यक्ष की एक कमेटी बनाकर जांच के लिए मौके पर भेज दिया। जब जांच कमेटी ने गांव ढाणी बिलासपुर पहुंचकर वीडियो में पाए गए व्यक्ति से जाकर मौके पर बात की तो उसने बंधुआ मजदूरी की बात इनकार करते हुए कहा कि वह अपनी मर्जी से ही गांव के व्यक्ति के पास मजदूरी कर रहा है और उससे कोई बंधुआ मजदूरी नहीं करवाई जा रही। इसकी रिपोर्ट कमेटी ने एसडीएम के पास भेज दी। रिपोर्ट मिलने के बाद इसकी पुष्टि करने के लिए एसडीएम सुरेश कुमार, उप पुलिस अधीक्षक संजय कुमार बिश्नोई व टीम के साथ गांव ढाणी बिलासपुर पहुंचे और उक्त विकलांग व्यक्ति पवन कुमार से बातचीत की। पवन कुमार ने एसडीएम के सामने भी बंधुआ मजदूरी की बात से इनकार किया। एसडीएम द्वारा जब उसके दस्तावेज जांच किए गए तो उसमें पाया गया कि पवन नामक व्यक्ति हिमाचल प्रदेश से करीबन 3 दशक पहले अपनी मर्जी से गांव के एक व्यक्ति के पास आ गया था और उसके पास ही मजदूरी कर रहा है। पवन का आधार कार्ड व फैमिली आईडी भी गांव में बनी हुई है और पवन पेंशन भी ले रहा है। इस पर एसडीएम ने पवन कुमार के बयान की वीडियोग्राफी भी करवाई और मामला झूठा पाए जाने पर इसकी जांच रिपोर्ट उपायुक्त के पास भेज दी है।
मिली जानकारी के अनुसार जिला उपायुक्त मनदीप कौर को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा एक विकलांग व्यक्ति की वीडियो बनाकर भेजी गई। इसमें आरोप लगाया गया कि गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा उक्त विकलांग व्यक्ति को बंधुआ मंजूर बनाकर पिछले कई सालों से मजदूरी का काम करवाया जा रहा है और उसे मजदूरी भी नहीं दी जा रही। इस पर उपायुक्त ने एसडीएम सुरेश कुमार को तुरंत जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिला उपायुक्त के निर्देशों पर एसडीएम सुरेश कुमार ने नायब तहसीलदार बीडीपीओ थाना अध्यक्ष की एक कमेटी बनाकर जांच के लिए मौके पर भेज दिया। जब जांच कमेटी ने गांव ढाणी बिलासपुर पहुंचकर वीडियो में पाए गए व्यक्ति से जाकर मौके पर बात की तो उसने बंधुआ मजदूरी की बात इनकार करते हुए कहा कि वह अपनी मर्जी से ही गांव के व्यक्ति के पास मजदूरी कर रहा है और उससे कोई बंधुआ मजदूरी नहीं करवाई जा रही। इसकी रिपोर्ट कमेटी ने एसडीएम के पास भेज दी। रिपोर्ट मिलने के बाद इसकी पुष्टि करने के लिए एसडीएम सुरेश कुमार, उप पुलिस अधीक्षक संजय कुमार बिश्नोई व टीम के साथ गांव ढाणी बिलासपुर पहुंचे और उक्त विकलांग व्यक्ति पवन कुमार से बातचीत की। पवन कुमार ने एसडीएम के सामने भी बंधुआ मजदूरी की बात से इनकार किया। एसडीएम द्वारा जब उसके दस्तावेज जांच किए गए तो उसमें पाया गया कि पवन नामक व्यक्ति हिमाचल प्रदेश से करीबन 3 दशक पहले अपनी मर्जी से गांव के एक व्यक्ति के पास आ गया था और उसके पास ही मजदूरी कर रहा है। पवन का आधार कार्ड व फैमिली आईडी भी गांव में बनी हुई है और पवन पेंशन भी ले रहा है। इस पर एसडीएम ने पवन कुमार के बयान की वीडियोग्राफी भी करवाई और मामला झूठा पाए जाने पर इसकी जांच रिपोर्ट उपायुक्त के पास भेज दी है।