हड़ताल पर नागरिक अस्पताल के चिकित्सक,पोस्टमार्टम से भी इंकार
Jul 25, 2024, 13:39 IST
फतेहाबाद, 25 जुलाई अपनी लंबित मांगों को लेकर जिले के सिविल अस्पतालों व पीएचसी के डॉक्टर हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के आह्वान पर गुरुवार काे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में इमरजेंसी और ओपीडी की सेवाएं ठप्प रही और अस्पताल में उपचार के लिए आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। चिकित्सकों ने अस्पताल प्रांगण में अपनी मांगों को लेकर धरना देते हुए रोष प्रदर्शन भी किया।
चिकित्सकों का कहना है कि उनकी मांग काफी समय से लंबित है। इस लेकर अब प्रदर्शन करना पड़ रहा है। हरियाणा सरकार और स्वास्थ्य विभाग के सभी आलाधिकारियों को इस संबंध में ज्ञापन दिया गया था। ज्ञापन देने के बाद भी अभी तक उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। जिले में आज स्वास्थ्य सेवाओं का जिम्मा एनएचएम कर्मियों के पास रहा। फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में भी डॉक्टरों की हड़ताल का असर देखने को मिला। हड़ताल के कारण मरीज परेशान दिखाई दिए। स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया था कि हड़ताल के बावजूद अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं प्रभावित नहीं होगी लेकिन आज डॉक्टरों ने पंजाब के युवक का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया।
बताया जाता है कि एक युवक तीन दिन पहले पंजाब के पटियाला में नहर में डूबा था, जिसका शव भूना के ढाणी गोपाल में मिला था। इसी मृतक युवक का शव पोस्टमार्टम के लिए यहां लाया गया था। इसके अलावा फतेहाबाद में चोरी के मामले में पकड़े गए आरोपी का मेडिकल करवाने के लिए पुलिसकर्मी एक घंटे तक भटकते रहे। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (एचसीएमएस) के जिला प्रधान डॉ. भरत सिंह ने बताया कि 18 जुलाई को हुई बैठक में सरकार ने आश्वस्त किया था कि 25 जुलाई से पहले लिखित आदेश जारी कर दिए जाएंगे। वाहन भत्ता भी 500 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 3000 किया जाएगा। इसके लिए 25 जुलाई से पहले उचित प्राधिकारी से मंजूरी लेकर दी जाएगी।
इसी कारण एसोसिएशन ने हड़ताल का फैसला वापस ले लिया था, परंतु अब सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया औैर मजबूरी में हड़ताल पर जाने का निर्णय लेना पड़ा है। इससे पहले डाक्टर एक जुलाई को धरना प्रदर्शन कर चुके हैं और 15 जुलाई को दो घंटे तक ओपीडी में सेवाएं बंद कर चुके हैं। बता दें कि फतेहाबाद में इस समय 24 पीएचसी और 3 नागरिक अस्पताल है, जिनमें प्रतिदिन हजारों लोग इलाज के लिए आते हैं। इन पीचएसी और अस्पतालों में 70 सरकारी डॉक्टर काम करते हैं। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण यहां स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप्प रही।
चिकित्सकों का कहना है कि उनकी मांग काफी समय से लंबित है। इस लेकर अब प्रदर्शन करना पड़ रहा है। हरियाणा सरकार और स्वास्थ्य विभाग के सभी आलाधिकारियों को इस संबंध में ज्ञापन दिया गया था। ज्ञापन देने के बाद भी अभी तक उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। जिले में आज स्वास्थ्य सेवाओं का जिम्मा एनएचएम कर्मियों के पास रहा। फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में भी डॉक्टरों की हड़ताल का असर देखने को मिला। हड़ताल के कारण मरीज परेशान दिखाई दिए। स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया था कि हड़ताल के बावजूद अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं प्रभावित नहीं होगी लेकिन आज डॉक्टरों ने पंजाब के युवक का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया।
बताया जाता है कि एक युवक तीन दिन पहले पंजाब के पटियाला में नहर में डूबा था, जिसका शव भूना के ढाणी गोपाल में मिला था। इसी मृतक युवक का शव पोस्टमार्टम के लिए यहां लाया गया था। इसके अलावा फतेहाबाद में चोरी के मामले में पकड़े गए आरोपी का मेडिकल करवाने के लिए पुलिसकर्मी एक घंटे तक भटकते रहे। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (एचसीएमएस) के जिला प्रधान डॉ. भरत सिंह ने बताया कि 18 जुलाई को हुई बैठक में सरकार ने आश्वस्त किया था कि 25 जुलाई से पहले लिखित आदेश जारी कर दिए जाएंगे। वाहन भत्ता भी 500 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 3000 किया जाएगा। इसके लिए 25 जुलाई से पहले उचित प्राधिकारी से मंजूरी लेकर दी जाएगी।
इसी कारण एसोसिएशन ने हड़ताल का फैसला वापस ले लिया था, परंतु अब सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया औैर मजबूरी में हड़ताल पर जाने का निर्णय लेना पड़ा है। इससे पहले डाक्टर एक जुलाई को धरना प्रदर्शन कर चुके हैं और 15 जुलाई को दो घंटे तक ओपीडी में सेवाएं बंद कर चुके हैं। बता दें कि फतेहाबाद में इस समय 24 पीएचसी और 3 नागरिक अस्पताल है, जिनमें प्रतिदिन हजारों लोग इलाज के लिए आते हैं। इन पीचएसी और अस्पतालों में 70 सरकारी डॉक्टर काम करते हैं। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण यहां स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप्प रही।