पुलिस कर्मियों के बच्चे अब विदेशी भाषाएं भी सीख सकेंगे
गुरुग्राम, मानेसर व भौंडसी पुलिस लाइन में डेढ़ करोड़ की लागत से तैयार ई-लाइब्रेरी शुरू
Nov 23, 2024, 19:28 IST
हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने सभी लाइब्रेरी की किया उद्घाटन
गुरुग्राम, 23 नवंबर पुलिस लाईन गुरुग्राम, मानेसर व भौंडसी में लगभग 1.5 करोड़ की रुपए में तैयार की गई ई-लाईब्रेरियों का पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने शनिवार को उद्घाटन किया। गुरुग्राम पुलिस लाइन स्थित लाइब्रेरी को मॉडल लाइब्रेरी के रूप में तैयार कर किया जाएगा। पुलिस कर्मचारियों तथा उनके बच्चों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए पुलिस लाईन गुरुग्राम, मानेसर व भौंडसी में ई-लाईब्रेरियां स्थापित की गई है। पुलिस आयुक्त गुरुग्राम विकास कुमार अरोड़ा की देखरेख में इन पुस्तकालय को स्थापित किया गया है।
गुरुग्राम जिले की पुलिस लाईनों में स्थापित की गई इन लाईब्रेरियों में विदेशी भाषा सीखने के लिए विदेशी भाषा लर्निंग केंद्र भी स्थापित किया गया है। इस लाईब्रेरियों में अत्याधुनिक फर्नीचर, डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए कंप्यूटर, किंडल और स्मार्ट बोर्ड के साथ साईबर युग में ई-बुक्स की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। स्पेनिश, फ्रेंच, जापानी एवं अंग्रेजी भाषा सीखने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए लर्निंग केंद्र में ऑनलाईन प्रशिक्षक उपलब्ध कराया गया है। पुस्तकालय को बिजली की असुविधा न हो, इसके लिए सौर ऊर्जा से जोड़ा गया है। आधुनिक एवं आदर्श पुस्तकालय के स्वरूप को साकार करते हुए कंप्यूटर सिस्टम के साथ एल.ई.डी. स्क्रीन एवं वाईफाई की सुबिधा उपलब्ध है। प्रत्येक लाईब्रेरी में एक समय मे 100 से अधिक पाठक बैठ सकते हैं। हरियाणा पुलिस द्वारा अब तक विभिन्न जिलों में 18 पुलिस लाईनों में पुस्तकालय का निर्माण पूरा हो चुका है। शेष 7 पुलिस परिसरों में पुस्तकालय का निर्माण किया जा रहा है।
अब तक 18 पुलिस लाइंस में पुस्तकालय स्थापित: डीजीपी
इस दौरान पुलिस महानिदेशक हरियाणा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हरियाणा में प्रत्येक पुलिस लाइन में पुस्तकालय बनाए जा रहे हैं। अब तक 18 पुलिस लाइंस में पुस्तकालय स्थापित किया जा चुके हैं। इन पुस्तकालयों से प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले तथा स्कूल, कॉलेज में पढऩे वाले पुलिस कर्मचारियों व पुलिस परिवार के बच्चों को लाभ प्राप्त होगा। इन पुस्तकालयों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पुस्तकें,विभिन्न नोवल भी उपलब्ध कराए गए हैं। इन पुस्तकालयों में विदेशी भाषा को सीखने के लिए भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इस दौरान उन्होंने साईबर अपराधों के प्रति भी सचेत करते हुए कहा कि साईबर ठगों द्वारा अधिक लाभ का प्रलोभन देकर, लालच देकर या किसी पुलिस कर्मचारी/अधिकारी के नाम पर डर दिखा कर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जाता है तो हमें इस प्रकार के साइबर ठगों से बचना होगा। साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत 1930 पर शिकायत दर्ज करें।
गुरुग्राम जिले की पुलिस लाईनों में स्थापित की गई इन लाईब्रेरियों में विदेशी भाषा सीखने के लिए विदेशी भाषा लर्निंग केंद्र भी स्थापित किया गया है। इस लाईब्रेरियों में अत्याधुनिक फर्नीचर, डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए कंप्यूटर, किंडल और स्मार्ट बोर्ड के साथ साईबर युग में ई-बुक्स की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। स्पेनिश, फ्रेंच, जापानी एवं अंग्रेजी भाषा सीखने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए लर्निंग केंद्र में ऑनलाईन प्रशिक्षक उपलब्ध कराया गया है। पुस्तकालय को बिजली की असुविधा न हो, इसके लिए सौर ऊर्जा से जोड़ा गया है। आधुनिक एवं आदर्श पुस्तकालय के स्वरूप को साकार करते हुए कंप्यूटर सिस्टम के साथ एल.ई.डी. स्क्रीन एवं वाईफाई की सुबिधा उपलब्ध है। प्रत्येक लाईब्रेरी में एक समय मे 100 से अधिक पाठक बैठ सकते हैं। हरियाणा पुलिस द्वारा अब तक विभिन्न जिलों में 18 पुलिस लाईनों में पुस्तकालय का निर्माण पूरा हो चुका है। शेष 7 पुलिस परिसरों में पुस्तकालय का निर्माण किया जा रहा है।
अब तक 18 पुलिस लाइंस में पुस्तकालय स्थापित: डीजीपी
इस दौरान पुलिस महानिदेशक हरियाणा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हरियाणा में प्रत्येक पुलिस लाइन में पुस्तकालय बनाए जा रहे हैं। अब तक 18 पुलिस लाइंस में पुस्तकालय स्थापित किया जा चुके हैं। इन पुस्तकालयों से प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले तथा स्कूल, कॉलेज में पढऩे वाले पुलिस कर्मचारियों व पुलिस परिवार के बच्चों को लाभ प्राप्त होगा। इन पुस्तकालयों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पुस्तकें,विभिन्न नोवल भी उपलब्ध कराए गए हैं। इन पुस्तकालयों में विदेशी भाषा को सीखने के लिए भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इस दौरान उन्होंने साईबर अपराधों के प्रति भी सचेत करते हुए कहा कि साईबर ठगों द्वारा अधिक लाभ का प्रलोभन देकर, लालच देकर या किसी पुलिस कर्मचारी/अधिकारी के नाम पर डर दिखा कर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जाता है तो हमें इस प्रकार के साइबर ठगों से बचना होगा। साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत 1930 पर शिकायत दर्ज करें।