फतेहाबाद में नहर टूटी, आसपास के खेत हुए जलमग्न
Nov 15, 2024, 19:59 IST
फतेहाबाद, 15 नवंबर जिले के भट्टू क्षेत्र के गांव किरढान व सूलीखेड़ा के बीच शुक्रवार को खेड़ी नहर में करीब 200 फुट चौड़ी दरार आ गई।
नहर टूटने से आसपास की करीब 30 एकड़ से भी अधिक भूमि जलमग्न हो गई। नहर की पटरी टूटने की सूचना तुरंत सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दी गई, जिस पर अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर नहर का पानी बंद करवा कर टूटी पटरी को पाटने का काम शुरू करवा दिया। मिली जानकारी के अनुसार बीघड़ हैड से निकलकर राजस्थान से सटे गांव खेड़ी तक जाने वाली इस खेड़ी नहर में गुरुवार शाम को पानी छोड़ा गया था।
शुक्रवार को गांव सूलीखेड़ा व किरढ़ान के बीच बुर्जी नंबर 31300 के करीब नहर की पटरी में दरार आ गई। कुछ देर में ही यह दरार फेल कर करीब 200 फूट तक चोड़ी हो गई। पानी का तेज बहाव होने के कारण कटाव अधिक हो गया। नहर टूटने से करीब 30 एकड़ से भी अधिक भूमि जलमग्न हो गई।
यहां की अधिकतर भुमि पर किसानों ने सरसों व गेहूं की बीजाई कर रखी थी। नहर टूटने से फसल में मिट्टी भर गई। इन दिनों फसलों की बिजाई का काम चल रहा है। ऐसे में किसान सिंचाई के लिए नहर में पानी आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन नहर की पटरी टूट जाने के कारण सिंचाई प्रभावित हुई है।
सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता अश्विनी कुमार ने बताया कि नहर की पटरी में दरार आने की सूचना मिलते ही बिघड़ हैड से पानी बंद करवा दिया था। पटरी ठीक करते ही पानी छोड़ा जाड़ा जाएगा।
नहर टूटने से आसपास की करीब 30 एकड़ से भी अधिक भूमि जलमग्न हो गई। नहर की पटरी टूटने की सूचना तुरंत सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दी गई, जिस पर अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर नहर का पानी बंद करवा कर टूटी पटरी को पाटने का काम शुरू करवा दिया। मिली जानकारी के अनुसार बीघड़ हैड से निकलकर राजस्थान से सटे गांव खेड़ी तक जाने वाली इस खेड़ी नहर में गुरुवार शाम को पानी छोड़ा गया था।
शुक्रवार को गांव सूलीखेड़ा व किरढ़ान के बीच बुर्जी नंबर 31300 के करीब नहर की पटरी में दरार आ गई। कुछ देर में ही यह दरार फेल कर करीब 200 फूट तक चोड़ी हो गई। पानी का तेज बहाव होने के कारण कटाव अधिक हो गया। नहर टूटने से करीब 30 एकड़ से भी अधिक भूमि जलमग्न हो गई।
यहां की अधिकतर भुमि पर किसानों ने सरसों व गेहूं की बीजाई कर रखी थी। नहर टूटने से फसल में मिट्टी भर गई। इन दिनों फसलों की बिजाई का काम चल रहा है। ऐसे में किसान सिंचाई के लिए नहर में पानी आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन नहर की पटरी टूट जाने के कारण सिंचाई प्रभावित हुई है।
सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता अश्विनी कुमार ने बताया कि नहर की पटरी में दरार आने की सूचना मिलते ही बिघड़ हैड से पानी बंद करवा दिया था। पटरी ठीक करते ही पानी छोड़ा जाड़ा जाएगा।