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्र्र्र्रअब बेटा बृजेंद्र सीएम की रेस में: बीरेंद्र सिंह

 
  ्र्र्र्रअब बेटा बृजेंद्र सीएम की रेस में: बीरेंद्र सिंह 
जींद, 29 अप्र्रैल  पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के मन में अभी भी हरियाणा का मुख्यमंत्री न बनाए जाने की टीस है। हिसार से बेटे बृजेंद्र को कांग्रेस का टिकट न मिलने के बाद बीरेंद्र सिंह ने रविवार को जींद में समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी। यहां बीरेंद्र सिंह ने इशारों-इशारों में कहा कि मैं सीएम  नहीं बन पाया तो क्या हुआ, उसका बेटा अब सीएम की दौड़ में शामिल हो गया है। दरअसल, हुआ यूं कि यहां बीरेंद्र सिंह से सवाल किया गया कि क्या उनके माथे से कभी ट्रेजेडी किंग का ठप्पा हट पाएगा?। इस पर बीरेंद्र सिंह ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के पिता रणबीर सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि भूपेंद्र हुड्डा के बड़े भाई जोगिंद्र के निधन पर बड़ी संख्या में पूरे देश से बड़े नेता आए हुए थे। तब चौधरी रणबीर सिंह ने यह कहा था कि लोग कहते थे क्या रणबीर सिंह कभी सी एम नहीं बन पाएगा। आज देखो मेरा बेटा प्रदेश का सी एम है। यह कहकर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि अब आप लोग समझ जाओ। उनका इशारा बेटे बृजेंद्र सिंह का नाम कांग्रेस के सत्ता में आने पर सी एम पद के लिए आगे करने की तरफ था। बीरेंद्र सिंह ने टिकट न मिलने पर कहा कि यह एक छोटा घटनाक्रम है। उनके साथ तो इससे भी बड़े घटनाक्रम हो चुके हैं। अगर उनके नेता राजीव गांधी की आतंकवादियों द्वारा हत्या नहीं की जाती तो वह प्रदेश के सीएम होते। उन्हें कभी अपनों ने सीएम नहीं बनने दिया तो कभी कोई और टांग अड़ा गया। बृजेंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद थी कि टिकट मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ का रास्ता एन एच 152-डी जींद से होते हुए जाता है। वह कांग्रेस पार्टी में भूपेंद्र हुड्डा, रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और किरण चौधरी सभी को एक साथ लाकर देश और प्रदेश में सत्ता परिवर्तन करेंगे। भाजपा को लेकर बीरेंद्र सिंह ने भविष्यवाणी की कि 400 पार का नारा देने वाले 200 सीट भी नहीं जीत पाएंगे। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि वह 10 साल भाजपा में रहे। भाजपा में शामिल होते हुए उन्होंने सोचा था कि कांग्रेस और भाजपा की विचारधारा में थोड़ा बहुत फर्क होगा। 10 साल में वह इस बात को जान गए कि कांग्रेस की सोच कमेरा, किसान, मजदूर और देश को मजबूत करने की है। भाजपा की सोच जाति और धर्म के नाम पर जनता को बांटकर केवल सत्ता में रहने की है। बृजेंद्र ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद थी कि टिकट मिलेगी। मैं हिसार से सिटिंग एम पी था। किन्हीं कारणों से टिकट नहीं मिली। वह कारण दिल्ली के नहीं बल्कि प्रदेश की राजनीति की हैं। बृजेंद्र ने कहा कि हरियाणा की राजनीति में बहुत बड़ा बदलाव होने वाला है। समय के साथ सबको पता चल जाएगा। लोगों के सामने बहुत सी चीजें समय के साथ उजागर होंगी। मेरे राजनीति में 5 साल आसानी से निकले। मैं राजनीतिक तौर पर परिपक्व नहीं आया। यह हमारे लिए यह सीख है।