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भाजपा को हिसार लोकसभा चुनाव में सता रहा है भीतरघात का डर

 
 भाजपा को हिसार लोकसभा चुनाव में सता रहा है भीतरघात का डर
 चंडीगढ़ 24 अप्रैल। लोकसभा चुनाव का प्रथम चरण पूरा हो चुका है। दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होगा। हालांकि हरियाणा में 25 मई को मतदान होना है, मगर चुनाव प्रचार अभी से गति पकड़ रहा है। भाजपा अपने सभी 10 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इनेलो व जजपा भी कुछ सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है, मगर कांग्रेस की ओर से अभी उम्मीदवारों के नाम पर मंथन चल रहा है।
देश-प्रदेश में सत्ता पर काबिज भाजपा प्रदेश में फिर से 10 सीटों पर जीत का दावा कर रही है। हिसार लोकसभा चुनाव में जहां भाजपा बड़ी जीत का दावा करती है वहीं दूसरी ओर दो विधानसभा ऐसी हैं जहां उनको भीतरघात का डर सता रहा है। आदमपुर में भजनलाल परिवार और नारनौंद में कैप्टन अभिमन्यु और उनकी टीम ने भाजपा प्रत्याशी रणजीत सिंह के प्रचार से पूरी तरह से दूरी बना रखी है। भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन दिनों विधानसभा में पिछला वोट प्रतिशत बरकरार रखने की रहेगी। इसमें सबसे अहम आदमपुर माना जा रहा है। ऐसे में अब पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल मोर्चा संभालते नजर आएंगे। 29 को आदमपुर में भाजपा बड़ी रैली करेगी जिसमें भाजपा की तरफ से दावा किया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के बेटे और भाजपा के सीनियर नेता कुलदीप बिश्नोई और उनके विधायक बेटे भव्य बिश्नाई इस रैली में शामिल होंगे।
लोकसभा चुनाव का टिकट फाइनल होने से पूर्व टिकट की दौड़ में शामिल रहे कुलदीप बिश्नोई और कैप्टन अभिमन्यु पूरी तरह से सक्रिय थे। मगर टिकट की घोषणा होने के बाद यह पूरी तरह से क्षेत्र में गायब हैं इसका असर इनके क्षेत्रों में देखा जा रहा है। इसलिए भाजपा को डर है कि कहीं भाजपा को इनकी नाराजगी कहीं भारी ना पड़ जाए। इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल दोनों जगहों पर बड़ी रैली कर दोनों नेताओं को साधने का प्रयास कर रहे हैं।
आदमपुर में सोनाली के बाद कोई बड़ा चेहरा नहीं
भाजपा की सबसे बड़ी मजबूरी आदमपुर में है। आदमपुर में 2019 का विधानसभा चुनाव लड़ चुकी सोनाली फोगाट की मौत हो चुकी है। सोनाली के बाद भाजपा के पास आदमपुर में कोई बड़ा चेहरा नहीं है। सोनाली फोगाट का परिवार भी भाजपा से खफा है क्योंकि मुख्यमंत्री रहते मनोहर लाल कभी शोक प्रकट करने सोनाली फोगाट के घर नहीं आए। ऐसे में अब भाजपा पूरी तरह भजनलाल परिवार पर आदमपुर में निर्भर है। वहीं आदमपुर में भाजपा का जनाधार लगातार बढ़ रहा है। आदमपुर में 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस प्रत्याशी भव्य बिश्नोई को पछाड़ दिया था। आदमपुर में भाजपा का वोट प्रतिशत 2019 के लोकसभा चुनाव में 47.59 प्रतिशत था।
वहीं कांग्रेस की ओर से खड़े भव्य बिश्नोई का वोट शेयर 28.89 प्रतिशत रहा। वहीं जजपा को 16.18 प्रतिशत और बसपा को 1.78 प्रतिशत वोट लोकसभा चुनाव में मिले थे। मगर अबकी बार सोनाली का फेक्टर आदमपुर में नहीं है।
नारनौंद सबसे बड़ी चुनौती
भाजपा के लिए हिसार लोकसभा में सबसे बड़ी चुनौती नारनौंद विधानसभा की है। पिछली लोकसभा में भाजपा के बृजेंद्र सिंह इस विधानसभा में जजपा के दुष्यंत चौटाला से पिछड़ गए थे। नारनौंद में भाजपा को 37.42 प्रतिशत वोट मिले वहीं जजपा को 39.56 प्रतिशत वोट मिले थे।  वहीं अब कैप्टन अभिमन्यु और उनकी टीम ने पूरी तरह रणजीत सिंह के प्रचार से किनारा कर लिया है। इसलिए अब भाजपा प्रयास में जुटी है कि नारनौंद में भी एक बड़ी रैली कर कैप्टन अभिमन्यु को रणजीत सिंह के साथ एक साथ मंच पर लाए।