रतिया में भाजपा प्रत्याशी को किसान आंदोलन के विरोध का करना पड़ सामना
Updated: Sep 19, 2024, 13:34 IST
फतेहाबाद, 19 सितंबर ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार के लिए पहुंच रहे भाजपा प्रत्याशियों को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। जिले में किसान आंदोलन का गढ़ रहे रतिया विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल काे क्षेत्र के गांव भूथनकलां में ग्रामीणाें के विराेध का सामना करना पड़ा।
चुनाव प्रचार के दौरान ग्रामीणाें ने उनसे खूब सवाल-जवाब किये।
रतिया विधानसभा के क्षेत्र के गांव भूथनकलां में बुधवार शाम को प्रचार के लिए गांव में पहुंचे भाजपा नेताओं का गांव के लोगों ने विरोध किया। रतिया विधानसभा
सीट से भाजपा ने पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को मैदान में उतारा है। वह रतिया से पहले भी विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। बुधवार शाम को चुनाव प्रचार के लिए सुनीता दुग्गल के भूथनकलां पहुंचने की सूचना मिलते ही किसान इकट्ठा होना शुरू हो गए। भाजपा प्रत्याशी जब गांव के चौक में जनसभा को संबोधित करने लगी तो वहां इकट्ठा हुए किसानों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने भाजपा प्रत्याशी के सामने गांव की समस्याओं को उठाया और किसान आंदोलन को कुचलने, पहलवान बेटियों के शोषण से लेकर मजदूर कॉपी बनाने में फैले भ्रष्टाचार, मनरेगा का काम व बजट घटाने, सरकारी स्कूल में फीसें लगाने, फौजी की अग्निवीर योजना समेत अनेक मुद्दों पर जमकर सवाल-जवाब किए। इस दौरान सुनीता दुग्गल ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और भाजपा सरकार बनने पर उनका समाधान करवाने का भी आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने उनके खिलाफ नारेबाजी भी की। किसानों के विरोध को देखते हुए मौके पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने नारेबाजी कर रहे ग्रामीणों को शांत करवाया और किसानों से बात की। इसके बाद भाजपा प्रत्याशी दूसरे गांव के लिए रवाना हो गई। इस घटना का एक वीडियो भी गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
चुनाव प्रचार के दौरान ग्रामीणाें ने उनसे खूब सवाल-जवाब किये।
रतिया विधानसभा के क्षेत्र के गांव भूथनकलां में बुधवार शाम को प्रचार के लिए गांव में पहुंचे भाजपा नेताओं का गांव के लोगों ने विरोध किया। रतिया विधानसभा
सीट से भाजपा ने पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को मैदान में उतारा है। वह रतिया से पहले भी विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। बुधवार शाम को चुनाव प्रचार के लिए सुनीता दुग्गल के भूथनकलां पहुंचने की सूचना मिलते ही किसान इकट्ठा होना शुरू हो गए। भाजपा प्रत्याशी जब गांव के चौक में जनसभा को संबोधित करने लगी तो वहां इकट्ठा हुए किसानों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने भाजपा प्रत्याशी के सामने गांव की समस्याओं को उठाया और किसान आंदोलन को कुचलने, पहलवान बेटियों के शोषण से लेकर मजदूर कॉपी बनाने में फैले भ्रष्टाचार, मनरेगा का काम व बजट घटाने, सरकारी स्कूल में फीसें लगाने, फौजी की अग्निवीर योजना समेत अनेक मुद्दों पर जमकर सवाल-जवाब किए। इस दौरान सुनीता दुग्गल ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और भाजपा सरकार बनने पर उनका समाधान करवाने का भी आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने उनके खिलाफ नारेबाजी भी की। किसानों के विरोध को देखते हुए मौके पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने नारेबाजी कर रहे ग्रामीणों को शांत करवाया और किसानों से बात की। इसके बाद भाजपा प्रत्याशी दूसरे गांव के लिए रवाना हो गई। इस घटना का एक वीडियो भी गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।