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आढ़तियों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के आगे किया धरना-प्रदर्शन

 
 आढ़तियों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के आगे किया धरना-प्रदर्शन
 सिरसा, 1 अप्रैल। सरसों की खरीद आढ़तियों के माध्यम से करने तथा गेहूं पर पूरी दामी देने की मांग पर आढ़तियों ने आज आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के प्रधान मनोहर मेहता के नेतृत्व में मार्केट कमेटी सिरसा के सामने धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में मंडी के आढ़तियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और सरकार के खिलाफ अपना रोष जताया। आढ़तियों ने सरकार की आढ़ती व किसान विरोधी नीतियों की जमकर आलोचना की। यह धरना प्रदर्शन सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक चला। कल धरना प्रदर्शन का समय 11 बजे से 1 बजे तक रखा गया है। इसलिए  मंडी में फसलों की बोली दोपहर 12 बजे बाद ही होगी।
धरना प्रदर्शन में बोलते हुए प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि सरकार आढ़तियों के साथ ज्यादती कर रही है और उनके कारोबार को बंद करने के लिए विभिन्न हथकंडे अपना रही ह। उन्होंने कहा की काफी वर्षों सें किसान, आढ़ती और मजदूर के रिश्ते को तोडऩे का सरकार प्रयास कर रही है। यदि आढ़त का काम बंद हो गया तो हरियाणा के 25000 आढ़ती और उनके साथ साथ लाखों मुनीम मजदूर भी बेरोजगार होकर अपने घरों को बैठ जायेंगे। प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ जाएगी। उन्होंने बताया पिछले काफी वर्षों से हमारा संघर्ष जारी है लेकिन सरकार अपनी जिद्द पर अड़ी हुई है। आढ़तियों की मांग है कि किसानों की सभी फसलें जैसे कॉटन,  सरसो,  सूरजमुखी,बाजरा इत्यादि और अन्य सभी फसले सरकार द्वारा एमएसपी पर आढ़तियों के माध्यम से ही खरीदी जाए  और आढ़त पूरी 2.5 प्रतिशत मिलनी चाहिए जो कि गेहूं पर लगभग  57 रुपये व धान पर लगभग 56 रुपये बनती है, जबकि  पिछले चार वर्षों से सरकार द्वारा गेहूं पर 46 रुपये और धान पर 45.88 रुपए फिक्स आढ़त दी जा रही है जो की बहुत कम है। उन्होंने कहा कि सरसो और कॉटन  फसलें सरकार हैफेड और कॉटन कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के माध्यम से सीधे किसानों से खरीद रही है  जिससे आढ़ती का कोई कमीशन नहीं बन रहा है जो कि आढ़तियों के साथ अन्याय है। इससे आढ़तियों मे बहुत रोश है। अत:  सरकार से निवेदन है कि सभी फसलें आढ़तियों के माध्यम ही खरीदी जाए और पूरी 2.5 प्रतिशत  आढ़त अदा की जाए या सरकार सरसों और कॉटन को भी भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत खरीद करें जिससे कि हमारी मंडिया खत्म होने से बच सकें। प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि पिछले 4 वर्षो से एमएसपी का भुगतान सीधे किसानों को दिया जाने लगा है। इस से आढ़तियों के साथ-साथ किसानों में बहुत रोष है। अत सरकार से निवेदन है कि  सरकार द्वारा खरीदी जाने वाली सभी फसलों का भुगतान किसान की सहमति अनुसार आढ़ती  या किसान के स्वयं के खाते में अदा किया जाना चाहिए। मेहता ने कहा कि यह धरना-प्रदर्शन 5 अप्रैल तक चलेगा। कल का समय दोपहर 11 बजे से 1 बजे तक रखा गया है। उन्होंने बताया कि मंडी में सभी प्रकार की फसलों की बोली 12 बजे बाद ही होगी। आज के धरने-प्रदर्शन में आसोसिएशन के उपप्रधान प्रेम बजाज, सचिव दीपक मित्तल, कोषाध्यक्ष कुणाल जैन, सह सचिव महावीर शर्मा, सुशील कस्वां, बाबा रामदास, पूर्व प्रधान सुरेंद्र मिचनाबादी, पूर्व प्रधान हरदीप सरकारिया, विजय चौधरी, चिमन मोंगा, धर्मपाल जिंदल, हनीश गर्ग, अंकित अरोड़ा, संजय जैन, नरेंद्र धींगड़ा, सरदार प्रकार सिंह,राजेंद्र नंबरदार, सुधीर ललित, कृष्ण गोयल, हन्नी अरोड़ा, धर्मपाल मेहता, गुरजंट सिंह  सहित बड़ी संख्या में आढ़ती मौजूद थे।आढ़तियों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के आगे किया धरना-प्रदर्शन
 सिरसा, 1 अप्रैल। सरसों की खरीद आढ़तियों के माध्यम से करने तथा गेहूं पर पूरी दामी देने की मांग पर आढ़तियों ने आज आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के प्रधान मनोहर मेहता के नेतृत्व में मार्केट कमेटी सिरसा के सामने धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में मंडी के आढ़तियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और सरकार के खिलाफ अपना रोष जताया। आढ़तियों ने सरकार की आढ़ती व किसान विरोधी नीतियों की जमकर आलोचना की। यह धरना प्रदर्शन सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक चला। कल धरना प्रदर्शन का समय 11 बजे से 1 बजे तक रखा गया है। इसलिए  मंडी में फसलों की बोली दोपहर 12 बजे बाद ही होगी।
धरना प्रदर्शन में बोलते हुए प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि सरकार आढ़तियों के साथ ज्यादती कर रही है और उनके कारोबार को बंद करने के लिए विभिन्न हथकंडे अपना रही ह। उन्होंने कहा की काफी वर्षों सें किसान, आढ़ती और मजदूर के रिश्ते को तोडऩे का सरकार प्रयास कर रही है। यदि आढ़त का काम बंद हो गया तो हरियाणा के 25000 आढ़ती और उनके साथ साथ लाखों मुनीम मजदूर भी बेरोजगार होकर अपने घरों को बैठ जायेंगे। प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ जाएगी। उन्होंने बताया पिछले काफी वर्षों से हमारा संघर्ष जारी है लेकिन सरकार अपनी जिद्द पर अड़ी हुई है। आढ़तियों की मांग है कि किसानों की सभी फसलें जैसे कॉटन,  सरसो,  सूरजमुखी,बाजरा इत्यादि और अन्य सभी फसले सरकार द्वारा एमएसपी पर आढ़तियों के माध्यम से ही खरीदी जाए  और आढ़त पूरी 2.5 प्रतिशत मिलनी चाहिए जो कि गेहूं पर लगभग  57 रुपये व धान पर लगभग 56 रुपये बनती है, जबकि  पिछले चार वर्षों से सरकार द्वारा गेहूं पर 46 रुपये और धान पर 45.88 रुपए फिक्स आढ़त दी जा रही है जो की बहुत कम है। उन्होंने कहा कि सरसो और कॉटन  फसलें सरकार हैफेड और कॉटन कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के माध्यम से सीधे किसानों से खरीद रही है  जिससे आढ़ती का कोई कमीशन नहीं बन रहा है जो कि आढ़तियों के साथ अन्याय है। इससे आढ़तियों मे बहुत रोश है। अत:  सरकार से निवेदन है कि सभी फसलें आढ़तियों के माध्यम ही खरीदी जाए और पूरी 2.5 प्रतिशत  आढ़त अदा की जाए या सरकार सरसों और कॉटन को भी भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत खरीद करें जिससे कि हमारी मंडिया खत्म होने से बच सकें। प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि पिछले 4 वर्षो से एमएसपी का भुगतान सीधे किसानों को दिया जाने लगा है। इस से आढ़तियों के साथ-साथ किसानों में बहुत रोष है। अत सरकार से निवेदन है कि  सरकार द्वारा खरीदी जाने वाली सभी फसलों का भुगतान किसान की सहमति अनुसार आढ़ती  या किसान के स्वयं के खाते में अदा किया जाना चाहिए। मेहता ने कहा कि यह धरना-प्रदर्शन 5 अप्रैल तक चलेगा। कल का समय दोपहर 11 बजे से 1 बजे तक रखा गया है। उन्होंने बताया कि मंडी में सभी प्रकार की फसलों की बोली 12 बजे बाद ही होगी। आज के धरने-प्रदर्शन में आसोसिएशन के उपप्रधान प्रेम बजाज, सचिव दीपक मित्तल, कोषाध्यक्ष कुणाल जैन, सह सचिव महावीर शर्मा, सुशील कस्वां, बाबा रामदास, पूर्व प्रधान सुरेंद्र मिचनाबादी, पूर्व प्रधान हरदीप सरकारिया, विजय चौधरी, चिमन मोंगा, धर्मपाल जिंदल, हनीश गर्ग, अंकित अरोड़ा, संजय जैन, नरेंद्र धींगड़ा, सरदार प्रकार सिंह,राजेंद्र नंबरदार, सुधीर ललित, कृष्ण गोयल, हन्नी अरोड़ा, धर्मपाल मेहता, गुरजंट सिंह  सहित बड़ी संख्या में आढ़ती मौजूद थे।