Pal Pal India

विपक्ष के साथ-साथ पूरा देश सरकार के साथ,ले सख्त फैसला: डॉ केवी सिंह

 
  विपक्ष के साथ-साथ पूरा देश सरकार के साथ,ले सख्त फैसला: डॉ केवी सिंह
सिरसा, 28 अप्रैल । वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह ने कहा कि पहलगाम में हुआ आतंकी हमला केवल 28 नागरिकों पर ही नहीं बल्कि पूरे देश पर किया गया हमला है, जिसके चलते पूरे देश में जबरदस्त गुस्से का माहौल है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस हमले में अपना फेलियर माना है जिससे 140 करोड़ लोगों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। सरकार को चाहिए कि वह तुरंत सख्त फैसला ले ताकि दोबारा ऐसी हरकत करने की किसी की हिम्मत ना हो। डॉ. केवी सिंह सोमवार को डबवाली में कांग्रेस की आरे से आयोजित किए गए श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे।
सरकार द्वारा किए गए सिंधु नदी जल समझौते के निलंबन के संदर्भ में केवी सिंह ने कहा कि यह समझौता किसी एक या दो देशों का न होकर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का समझौता है जिसे केवल भारत सरकार रद्द नहीं कर सकती और अगर सरकार इसे निलंबित भी करना चाहती है तो पानी रोकने के लिए कम से कम आगामी 20 से 25 बरस लग जाएंगे।
कांग्रेस नेता कहा कि सोनिया गांधी, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने पहले ही इस हमले के बाद सरकार के साथ खड़ा होने का विश्वास दिलाया है और सरकार के हर फैसले का समर्थन करने की बात कही है, ऐसे में भारत सरकार को बिना देरी किए जल्द से जल्द सख्त फैसला लेना चाहिए। सरकार से मांग की है कि पहलगाम के पीडि़त परिवारों को सरकार प्रति परिवार एक नौकरी तथा आर्थिक सहायता दे ताकि वह आर्थिक रूप से सदृढ़ हो सके और यही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
सीड, पेस्टीसाइड व फर्टिलाइजर डीलर्स एसोसिएशन ने निकाला रोष मार्च
पहलगाम हमले के विरोध में सोमवार को सीड, पेस्टीसाइड व फर्टिलाइजर डीलर्स एसोसिएशन ने शहर में रोष मार्च निकाला और सरकार से आग्रह किया कि पाकिस्तान परस्त आंतकवाद को जड़ से कुचला जाए और कठोरतम निर्णय लिए जाएं। एसोसिएशन के प्रधान राधे गांधी ने कहा कि देश में बार-बार फन उठा रहे आतंकवाद को जड़ से मिटाने का समय आ गया है। देश में इस प्रकार के कई हमले हो चुके हैं,लेकिन सरकार की ओर से ठोस कार्रवाई न किए जाने से आतंकवादी बार-बार घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं,जिसमें निर्दोष लोगों की जानें जा रही है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि आतंकवाद को मुंह तोड़ जवाब दिया जाए, ताकि दोबारा कोई आतंकवादी देश की ओर आंख उठाकर न देखे।