Pal Pal India

एयरफोर्स जवान शिवकांत की मौत, राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार

ड्यूटी पर जाते समय दिल्ली हवाई अड्डे पर बिगड़ गई थी तबीयत 
 
 एयरफोर्स जवान शिवकांत की मौत, राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार 
हिसार, 16 मार्च  हिसार के निजी अस्पताल में उपचाराधीन गांव पेटवाड़ निवासी 22 वर्षीय एयरफोर्स के जवान शिवकांत शर्मा की गंभीर बीमार होने के कारण की मौत गई। परिजनों ने आशंका जाहिर की है कि उनके बेटे शिवकांत शर्मा की स्वाइन फ्लू बीमारी के कारण हुई है। नजदीकी एयर फोर्स अधिकारियों द्वारा शुक्रवार शाम को राजकीय सम्मान के साथ शिवकांत शर्मा का अंतिम संस्कार गांव पेटवाड़ में किया गया।
गांव पेटवाड़ निवासी करीब 22 वर्षीय शिवकांत शर्मा का जून 2020 में एयरफोर्स में सिलेक्शन हुआ था। फिलहाल उनकी ड्यूटी असम में थी। शिवकांत शर्मा की शादी नवंबर 2023 को हुई थी। शिवकांत शर्मा के पिता कृष्ण शर्मा ने शनिवार को बताया कि फिलहाल उनका बेटा एक महीने की छुट्टी पर घर आया हुआ था। 10 मार्च को उनकी छुट्टी पूरी हो रही थी। सात मार्च को उनके बेटे की तबीयत काफी बिगड़ गई थी। उन्होंने निजी अस्पतालों से शिवकांत का उपचार करवाया। शिवकांत की तबीयत में कुछ सुधार हो गया था। कृष्ण शर्मा ने बताया कि 9 मार्च को शिवकांत ने ड्यूटी पर जाने की तैयारी की और अगले दिन शिवकांत घर से ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए निकला था। दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद शिवकांत की तबीयत अचानक बिगड़ गई। तबीयत बिगड़ने के बाद वह एयरपोर्ट पर गिर गया। इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ने शिवकांत को नजदीकी अस्पताल में दाखिल करवाया और इसकी सूचना परिजनों को दी। सूचना मिलते ही वे वहां पहुंच गए। आनन फानन में शिवकांत को हिसार के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। शिवकांत के पिता कृष्णा शर्मा ने बताया कि उनके बेटे को स्वाइन फ्लू बीमारी के लक्षण बताए जा रहे थे, जिनका डॉक्टरों ने इलाज भी शुरू कर दिया था। इलाज शुरू होने के बाद भी शिवकांत की हालत में सुधार नहीं हो रहा था। शिवकांत की तबीयत निरंतर बिगड़ रही थी।
उन्होंने शिवकांत का हिसार के कई अस्पतालों में इलाज करवाया। कृष्ण कुमार शर्मा ने बताया कि उनके बेटे शिवकांत ने हिसार के ही निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि नजदीकी एयर फोर्स स्टेशन के अधिकारियों द्वारा उनके बेटे शिवकांत का राजकीय सम्मान के साथ गांव पेटवाड़ में अंतिम संस्कार किया गया। शिवकांत अपने परिवार का इकलौता बेटा था।