कृषि मंत्री कंवरपाल ने वाणी पाहुजा को प्रशंसा पत्र देकर किया सम्मानित कृषि मंत्री कंवरपाल ने वाणी पाहुजा को प्रशंसा पत्र देकर किया सम्मानित
Jul 20, 2024, 13:48 IST
यमुनानगर, 20 जुलाई हरियाणा के कृषि मंत्री कंवरपाल ने यमुनानगर के माडल टाऊन की रहने वाणी पाहूजा को आर्थिक रूप से कमजोर व जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा दिलाने में मदद करने के सराहनीय कार्य के लिए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
शनिवार को अपने जगाधरी आवास पर जानकारी देते हुए कृषि मंत्री कंवरपाल ने कहा कि जब किसी बच्चे को किसी क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है, तो वह अवश्य कुछ कर गुजरता है। उन्होंने कहा कि वाणी पाहुजा देहरादून के वेल्हम गर्ल्स स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ती है और उसने मैत्री परियोजना के तहत आर्थिक कमजोर स्थिति एवं जरूरतमंद बच्चों की मदद कर उनको शिक्षित करने की दिशा में अनूठा प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि इतनी छोटी उम्र में वाणी पाहूजा समाज की भलाई और वंचित बच्चों को शिक्षित करने के लिए जो कार्य कर रही है, वह सराहनीय है। अब वाणी ने आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरत मंद बच्चों के लिए पुस्तकालय बनाने का संकल्प लिया है।
उन्होंने कहा कि आज के युग में मनुष्य के जीवन में शिक्षा का अहम योगदान है। लेकिन आज के दौर में आर्थिक स्थिति कमजोर होने या अन्य किसी कारणवंश कुछ परिवार अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने में असमर्थ होते हैं, ऐसे परिवारों के बच्चों को शिक्षित करने का जिम्मा वाणी पाहूजा जैसी प्रतिभाएं आगे आकर ऐसे बच्चों की शिक्षा का जिम्मा उठाकर न समाज में कुछ कर गुजरते हैं बल्कि अपने सामाजिक दायित्व को भी निभातें है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के समय में भी वाणी पाहूजा ने लोगों को कोरोना महामारी से बचाव के बारे जागरूक किया और जरूरतमंद लोगों की आर्थिक रूप से मदद कर उन्हें इस महामारी से लडऩे के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी प्रतिभाओं का मान-सम्मान करते हुए उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
शनिवार को अपने जगाधरी आवास पर जानकारी देते हुए कृषि मंत्री कंवरपाल ने कहा कि जब किसी बच्चे को किसी क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है, तो वह अवश्य कुछ कर गुजरता है। उन्होंने कहा कि वाणी पाहुजा देहरादून के वेल्हम गर्ल्स स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ती है और उसने मैत्री परियोजना के तहत आर्थिक कमजोर स्थिति एवं जरूरतमंद बच्चों की मदद कर उनको शिक्षित करने की दिशा में अनूठा प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि इतनी छोटी उम्र में वाणी पाहूजा समाज की भलाई और वंचित बच्चों को शिक्षित करने के लिए जो कार्य कर रही है, वह सराहनीय है। अब वाणी ने आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरत मंद बच्चों के लिए पुस्तकालय बनाने का संकल्प लिया है।
उन्होंने कहा कि आज के युग में मनुष्य के जीवन में शिक्षा का अहम योगदान है। लेकिन आज के दौर में आर्थिक स्थिति कमजोर होने या अन्य किसी कारणवंश कुछ परिवार अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने में असमर्थ होते हैं, ऐसे परिवारों के बच्चों को शिक्षित करने का जिम्मा वाणी पाहूजा जैसी प्रतिभाएं आगे आकर ऐसे बच्चों की शिक्षा का जिम्मा उठाकर न समाज में कुछ कर गुजरते हैं बल्कि अपने सामाजिक दायित्व को भी निभातें है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के समय में भी वाणी पाहूजा ने लोगों को कोरोना महामारी से बचाव के बारे जागरूक किया और जरूरतमंद लोगों की आर्थिक रूप से मदद कर उन्हें इस महामारी से लडऩे के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी प्रतिभाओं का मान-सम्मान करते हुए उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।