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नीट पेपर लीक मामले में आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

 
 नीट पेपर लीक मामले में आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
जींद, 19 जून  नीट पेपर लीक धांधली को लेकर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने बुधवार को रानी तालाब पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व जिलाध्यक्ष वजीर सिंह ढांडा ने किया। बाद में कार्यकर्ताओं ने मांगों को लेकर ज्ञापन डीसी को सौंपा और मांग की कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच करवाई जाए।
प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष वजीर सिंह ढांडा ने कहा कि हाल ही में देश की सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल परीक्षा नीट के रिजल्ट में हुई गड़बड़ी ने देश के लाखों बच्चों का भरोसा तोड़ दिया है। बीजेपी सरकार में देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा पर भी सवालिया निशान लग गए हैं। लाखों बच्चे और अभिभावक इसकी वजह से मानसिक तनाव में हैं। 1583 बच्चों को ग्रेस माक्र्स दिए गए और कई जगह से परीक्षा में गड़बड़ी की खबरें आने पर देश के लाखों बच्चों का भविष्य खतरे में है। 24 लाख बच्चों के साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन पाने के लिए 12वीं के बच्चे प्री मेडिकल नीट एग्जाम देते हैं। नीट की परीक्षा देश के प्रतिष्ठित परीक्षाओं में गिना जाता है। इससे पहले कभी ऐसा नहीं सुना गया कि पैसे देकर पीएमटी एग्जाम में अच्छे नंबर ला सकते हैं।
पिछले कुछ दिनों से लगातार गुजरात के गोधरा, बिहार के पटना और उत्तर प्रदेश से परीक्षा में बड़े घोटाले की खबर आ रही है। बिहार पुलिस ने भी माना है कि नीट के प्रश्न पत्र के लिए छात्रों से 30 से 50 लाख रुपये लिए गए। गुजरात के गोधरा में एग्जाम सेंटर के डिप्टी सुपरीटेंडेंट खुद इस भ्रष्टाचार में शामिल थे। केंद्र सरकार सब कुछ जानती हुई भी भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि नीट के परिणाम 14 जून को आने थे लेकिन इसे दस दिन पहले यानि चार जून को ही जारी कर दिया गया ताकि मीडिया चुनावी नतीजों में लगी रहे और भाजपा के पेपर लीक की चर्चा न हो।
इसलिए एनटीए ने जानबूझ कर चार जून को नतीजे जारी किए। शिक्षा मंत्रालय और उसके अधीन आने वाले एनटीए ने भाजपा शासित राज्यों में उसके नेताओं के साथ मिल कर देश के लाखों बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। इसलिए आम आदमी पार्टी मांग करती है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में नीट परीक्षा में हुए घोटाले की जांच कराई जाए। ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।