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पैसे लेकर डेंजर टू लाइफ रिपोर्ट लिखने वाला डॉक्टर चढ़ा विजिलेंस के हत्थे

 
पैसे लेकर डेंजर टू लाइफ रिपोर्ट लिखने वाला डॉक्टर चढ़ा विजिलेंस के हत्थे  

रोहतक, 7 जनवरी। राजनीति और भ्रष्टाचार का अड्डा बने पीजीआईएमएस का एक डॉक्टर पैसे लेकर डेंजर टू लाइफ रिपोर्ट लिखने के आरोप में विजिलेंस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी डॉक्टर इमरान जो कि हाल में कैजुअल्टी मेडिकल ऑफिसर है, के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर उसे विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों पैसे लेते काबू किया। 
मामला सेक्टर 35 के लोटस एनक्लेव निवासी मनदीप हुड्डा से जुड़ा है जिसका नव वर्ष की पार्टी के दौरान महेंद्रगढ़ के बापरोली निवासी डॉ. अजय ग्रेवाल और उनके साथियों के बीच झगड़ा हुआ था। इसमें डॉ. अजय ग्रेवाल के सिर में चोट लग गई थी। एमएलआर डॉक्टर इमरान ने काटी थी। दोनों पक्षों की शिकायत पर अर्बन एस्टेट थाने में मामला दर्ज हुआ था। इस मामले को लेकर शुक्रवार को मनदीप डॉ. इमरान के पास गए। इमरान ने कहा कि ढाई लाख रुपए दे दो वरना विपक्षी पार्टी की एमएलआर में डेंजर टू लाइफ की राय देगा और बाद में मामला डेढ़ लाख रुपए में तय हो गया। 
इस मामले की जानकारी मनदीप ने राज्य चौकसी ब्यूरो के उप पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार को दी जिस पर टीम का गठन कर डॉक्टर को रंगे हाथों काबू किया। इस मेडिकल में आम चर्चा है कि कैजुअल्टी से कई डॉक्टर निजी स्वार्थ पूर्ति के चलते शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल में मरीजों को रेफर करते हैं जिसका पीजीआई प्रशासन के आला अधिकारियों का पता होने के बावजूद भी वे चुप्पी साधे हुए हैं। इतना ही नहीं इस पीजीआई में सरेआम पैसों के बलबूते डीसी रेट पर भर्तियां हो रही हैं फिर भी पीजीआई प्रशासन आंख बंद किए हुए सब कुछ देख रहा है। अभी हाल ही में सुरक्षाकर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री को भी इसकी जानकारी दी थी जिसकी वह अपने स्तर पर जांच करवा रहे हैं।