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एमबीबीएस विद्यार्थियों ने रात को हाथों में मोबाइल की टार्च लेकर किया विरोध प्रदर्शन

मुख्यमंत्री प्रतिनिधि के निवास पर मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
 
एमबीबीएस विद्यार्थियों ने रात को हाथों में मोबाइल की टार्च लेकर किया विरोध प्रदर्शन

करनाल 24 नवंबर (हरीश चावला)। बधुवार देर रात को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस विद्यार्थी हाथों में मोबाइल की टार्च जगाकर सडक़ों पर उतर आए। सभी विद्यार्थी रोष प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री प्रतिनिधि संजय बठला के निवास पर पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला घर से बाहर आए और छात्रों को ज्ञापन लेकर उनकी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार से बातचीत करने व उनकी मुलाकात सीएम से कराने का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद सभी छात्र रात को अपने आवास की तरफ लौट गए। बता दें कि पिछले दो दिन से सभी छात्र अपनी मांगों को लेकर कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज की ओपीडी के बाद धरना दे रहे हैं। वहीं पिछले दो दिन से मेडिकल कॉलेज की ओपीडी पर काफी प्रभाव पड़ रहा है। क्योंकि ओपीडी में बैठने वाले काफी डॉक्टर भी छात्रों की मांगों के समर्थन में है। रात को प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि 4 साल के कोर्स में उन्हें 40 लाख रुपए की फीस जमा करानी होगी। जो छात्र आर्थिक रूप से कमजोर हैं, वह एमबीबीएस का कोर्स नहीं कर पाएंगे। बॉंड नीति के खिलाफ एमबीबीएस के छात्रों में रोष है। छात्राओं ने सरकार से मांग की है कि बॉंड नीति को वापस लिया जाए, ताकि छात्र एमबीबीएस का कोर्स आसानी से कर सकें। छात्रों का कहना है कि शासन और प्रशासन उनकी आवाज को दबाने की कोशिश कर रहा है। विद्यार्थियों की मुख्य मांग है कि बॉंड एग्रीमेंट में से बैंक की दखलअंदाजी पूरी तरह से खत्म की जाए। बॉन्ड सेवा की अवधि 7 साल से घटाकर अधिकतम 1 वर्ष की जाए। ग्रेजुएशन के अधिकतम 2 महीने के अंदर सरकार एमबीबीएस ग्रेजुएट को नौकरी प्रदान करे। 40 लाख सेवा बॉंड राशि को घटाकर 5 लाख रुपए किया जाए।