दुग्ध उत्पादन से समृद्ध किया जा सकता है जीवन: चंगनौली
Jan 3, 2023, 18:30 IST
यमुनानगर, 3 जनवरी। दी अंबाला जिला दुग्ध उत्पादन सहकारी संघ अंबाला द्वारा गांव रानीपुर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संघ के सीईओ दलजीत सिंह उपस्थित रहे। इस जागरूकता सेमिनार में आसपास के गांव के लोग भारी संख्या में मौजूद रहे।
इस दौरान दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी और दुग्ध व्यवसाय को लेकर गहन चर्चा की गई। वार्ड नं 4 से जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि परमजीत सिंह चंगनौली ने भी इस विषय में अपने विचार सांझा किए। परमजीत सिंह ने उपस्थित ग्रामीणों व डेरी उद्योग से जुड़े अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि दूध न केवल हमारी इम्?यूनिटी बढ़ाता है बल्कि युवाओं व गृहणियों को बड़ी संख्?या में रोजगार उपलब्?ध करवा रहा है। परमजीत ने बताया कि कोरोनाकाल में जहां देश के सभी उद्योग व व्यवसाय प्रभावित हुए वहीं दुग्ध उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं देखा गया। परमजीत सिंह ने कहा कि वह स्वयं एक पशुपालक व किसान हैं और बचपन से इस क्षेत्र में कार्य भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज की बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को ध्यान में रखते हुए दुग्ध उत्पादन एक ऐसा पारंपरिक कार्य है जो ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग हर घर में किया जाता है।
परमजीत ने बताया कि गांव में महिलाओं के लिए दुग्ध उत्पादन आय का साधन है और बेरोजगार युवाओं के लिए यह अन्य सभी रोजगारों से अधिक लाभकारी सिद्ध हुआ है। परमजीत सिंह ने उपस्थित ग्रामीणों का आह्वान करते हुए कहा कि उनके द्वारा जिला परिषद के अंतर्गत सरकारी योजनाओं के माध्यम से भी दुग्ध उत्पादन को और अधिक बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा तथा इस व्यवसाय से जुड़े लोगों के समक्ष आ रही समस्याओं के निदान हेतु भी सरकार व संबंधित विभाग से संपर्क स्थापित किया जाएगा। इस अवसर पर बिरेंद्र सिंह, दलजीत कौर दलजीत सिंह, गुरजीत कौर व भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
इस दौरान दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी और दुग्ध व्यवसाय को लेकर गहन चर्चा की गई। वार्ड नं 4 से जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि परमजीत सिंह चंगनौली ने भी इस विषय में अपने विचार सांझा किए। परमजीत सिंह ने उपस्थित ग्रामीणों व डेरी उद्योग से जुड़े अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि दूध न केवल हमारी इम्?यूनिटी बढ़ाता है बल्कि युवाओं व गृहणियों को बड़ी संख्?या में रोजगार उपलब्?ध करवा रहा है। परमजीत ने बताया कि कोरोनाकाल में जहां देश के सभी उद्योग व व्यवसाय प्रभावित हुए वहीं दुग्ध उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं देखा गया। परमजीत सिंह ने कहा कि वह स्वयं एक पशुपालक व किसान हैं और बचपन से इस क्षेत्र में कार्य भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज की बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को ध्यान में रखते हुए दुग्ध उत्पादन एक ऐसा पारंपरिक कार्य है जो ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग हर घर में किया जाता है।
परमजीत ने बताया कि गांव में महिलाओं के लिए दुग्ध उत्पादन आय का साधन है और बेरोजगार युवाओं के लिए यह अन्य सभी रोजगारों से अधिक लाभकारी सिद्ध हुआ है। परमजीत सिंह ने उपस्थित ग्रामीणों का आह्वान करते हुए कहा कि उनके द्वारा जिला परिषद के अंतर्गत सरकारी योजनाओं के माध्यम से भी दुग्ध उत्पादन को और अधिक बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा तथा इस व्यवसाय से जुड़े लोगों के समक्ष आ रही समस्याओं के निदान हेतु भी सरकार व संबंधित विभाग से संपर्क स्थापित किया जाएगा। इस अवसर पर बिरेंद्र सिंह, दलजीत कौर दलजीत सिंह, गुरजीत कौर व भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।