फसल उत्पादन और बागवानी में हरियाणा आगे, जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम: नरेंद्र सिंह
-100 पैक हाउस से बदलेगी हरियाणा की तस्वीर, 500 पैक हाउस ले आएंगे क्रांति: केंद्रीय कृषि मंत्री
-कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अटेरना गांव से किया प्रदेशभर के 30 एकीकृत पैक हाउस का शुभारंभ
-कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अटेरना गांव से किया प्रदेशभर के 30 एकीकृत पैक हाउस का शुभारंभ
Updated: Nov 17, 2022, 20:30 IST

सोनीपत, 17 नवंबर। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि फसल उत्पादन और बागवानी में हरियाणा आगे है, इसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। आज जरुरत है कि किसान नई-नई फसल की खेती करें, पैदावार में तकनीक का इस्तेमाल करें और गुणवत्तापरक उत्पादन करें। यह खुशी की बात है कि हरियाणा का किसान और हरियाणा सरकार इसी रास्ते पर चल रही है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सोनीपत के अटेरना गांव में प्रदेशभर के 30 एकीकृत पैक हाउस के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। इस दौरान हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल भी मौजूद रहे। तोमर ने सर्वप्रथम कार्यक्रम में पहुंकर प्रदेशभर में स्थापित 30 एकीकृत पैक हाउस का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 30 पैक हाउस एफपीओ के माध्यम से प्रदेशभर में बनाए जा रहे हैं। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में 100 पैक हाउस नहीं बल्कि 500 पैक हाउस बनाने की बात कही है। 100 पैक हाउस लगने से तो हरियाणा की तस्वीर बदल जाएगी लेकिन 500 पैक हाउस से तो प्रदेश में बागवानी के क्षेत्र में क्रांति आ जाएगी। किसानों की मदद करने के लिए केंद्र सरकार ने किसान सम्मान निधि के अंतर्गत 2 लाख 17 हजार करोड़ रुपये उनके खातों में जमा करवाए हैं। रबी और खरीफ की फसलों का दो बार न्यूनत्तम समर्थन मूल्य तय किया गया। इससे किसानों को सीधे फायदा मिल रहा है। नरेंद्र तोमर ने कहा कि हरियाणा सरकार, केंद्र सरकार से कदम से कदम मिलाकर चल रही है और केंद्र की 100 प्रतिशत योजनाओं को भी प्रदेश में लागू कर रही है। उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा फल सब्जियों के लिए बीमा योजना शुरू करने पर भी तारीफ की। तोमर ने कहा कि हरियाणा खेती में अग्रणी राज्य है। हरियाणा सरकार ने मोटा अनाज खरीद कर किसानों की मदद की है। कृषि उत्पादों का निर्यात पौने 4 लाख करोड़ रुपये रहा। जेपी दलाल ने कहा कि आज प्रदेश में 11 एक्सिलेंसी सेंटर हैं, जिनके माध्यम से करोड़ों पौधे किसानों को तैयार करके दिए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने नहरों के बजट को दोगुना कर दिया है। सिंचाई के क्षेत्र में 85 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है। हरियाणा सरकार ने तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए पौंड अथॉरिटी बनाई है। इसके साथ-साथ खारे पानी के किसानों को झींगा पालन के लिए प्रोत्साहित किया है। गन्नौर में दुनिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी स्थापित की जा रही है, जो 5500 एकड़ में होगी। इसे बनाने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।