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हरियाणा खेल मंत्री-महिला कोच विवाद गहराया

डीजीपी ने गठित की एसआईटी; 2 आईपीएस और एक एचपीएस शामिल 
 
हरियाणा खेल मंत्री-महिला कोच विवाद गहराया 
रोहतक, 31 दिसंबर। खेल मंत्री संदीप सिंह और जूनियर महिला कोच विवाद मामले में हरियाणा के डीजीपी ने एसआईटी गठित कर दी है। इसमें आईपीएस ममता सिंह और समर प्रताप सिंह के साथ एचसीपी राजकुमार कौशिक को शामिल किया है। एसआईटी को लीड ममता सिंह करेंगी। इधर चल रहे विवाद के बीच खेलमंत्री संदीप सिंह ने विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद से भी मुलाकात की है।
बिंदुबार तथ्यों की जांच करेगी एसआईटी
हरियाणा के डीजीपी की ओर से एसआईटी को निर्देश दिए हैं कि महिला कोच के आरोपों की बिंदुबार जांच करें। साथ ही यह भी हिदायत दी गई है कि जल्द से जल्द इस मामले की जांच पूरी कर रिपोर्ट दी जाए।
सीएम सीधे हस्तक्षेप से बच रहे
मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस पूरे विवाद में अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं। चूंकि मामला महिला से जुड़ा हुआ है इसलिए मुख्यमंत्री सीधे हस्तक्षेप से बच रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री ने खेल मंत्री को स्पष्ट कर दिया है कि वह इस पूरे मामले जांच टीम को सहयोग करें। इधर, संदीप सिंह भी हैवीवेट मंत्रियों से मिलकर समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं।
भाजपा हाईकमान की भी नजर
महिला कोच के आरोप लगाने के बाद से भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी मामले पर पूरी नजर बनाए हुए है। यही वजह है कि इस मामले में अभी तक न ही सरकार और न ही संगठन की ओर से कोई बयान दिया गया है। हरियाणा में 8 साल के कार्यकाल में किसी मंत्री पर ऐसे आरोप नहीं लगे। इससे पूर्व भाजपा नेता सुभाष बराला के बेटे पर आईएएस की बेटी का पीछा कर गाड़ी रोकने का आरोप लगा था।
चंडीगढ़ पुलिस में लिखित दी शिकायत
जूनियर महिला कोच द्वारा हरियाणा पुलिस के साथ चंडीगढ़ पुलिस में भी लिखित शिकायत दी है। जिसमें कोच ने छेड़छाड़ की वारदात की तारीख 1 जुलाई 2022 बताई है। उसने मंत्री की कोठी के बाहर से लेकर सुखना लेक तक लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच कराने की मांग की है। महिला कोच का आरोप है कि नौकरी लगने से पहले ही खेलमंत्री ने उसे दोस्ती करने को कहा और बाद में गर्लफ्रेंड बनाने की पेशकश की।
स्पीकर देंगे सीएम को मामले की जानकारी
विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता व संदीप सिंह की मुलाकात हो चुकी है। इस दौरान खेल मंत्री ने पूरे मामले की विस्तृत जानकारी स्पीकर को दी है। अब इस पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल तक स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता लेकर जाएंगे। हालांकि अभी तक इस मामले में स्पीकर की ओर से कोई भी जानकारी नहीं दी गई है।