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धनखड़ खेल मंत्री का इस्तीफा दिलवाएं और जेल में डलवाएं: जयहिंद

 
 धनखड़ खेल मंत्री का इस्तीफा दिलवाएं और जेल में डलवाएं: जयहिंद
झज्जर, 3 जनवरी। जैसा कि आप जानते है कि नवीन जयहिंद ऐलान कर चुके हैं कि 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन बेरोजगारों की बारात निकालकर क्रांति की शुरुआत करेंगे और दोपहर 12 बजे रोहतक के मानसरोवर पार्क से भाजपा राज्य कार्यालय में बेरोजगारों की बारात लेकर जाएंगे। जयहिन्द ने सभी झज्जर वासियों व सभी पत्रकारों को अपनी-अपनी समस्याओं के साथ बारात में पहुंचने का न्योता दिया। 
जयहिंद ने एक नंबर (7027-822-822) जारी करते हुए बताया कि आप बारात में शामिल होने के लिए इस नंबर पर कॉल करके रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। अब तक 2300 से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके है। जयहिन्द ने बताया बताया कि बेरोजगारों की बारात निकालनी इसलिए जरूरी है क्योंकि 8 साल पहले भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ कहते घूमते थे कि हरियाणा में भाजपा सरकार आते ही सभी बेरोजगारों के लिए बिहार से बहू लेकर आएंगे और रोजगार देंगे। मगर अपने दूसरे वादों की तरह यह वादा भी वे नही निभा पाए।
साथ ही जयहिन्द ने गृह मंत्री अनिल विज पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले तो अनिल विज साहब कपड़े उतारकर प्रदर्शन करते थे कि अगर उनकी सरकार बनी तो हरियाणा पुलिस को पंजाब पुलिस के समान वेतन देंगे, लेकिन आज तक लागू नही हुआ।
जयहिन्द ने हरियाणा के विपक्ष को घेरते हुए कहा कि हरियाणा का विपक्ष गूंगा व बहरा बना हुआ है। प्रदेश में इतनी समस्याएं होने के बावजूद विपक्ष का कोई भी नेता आवाज नही उठा रहा। जयहिन्द ने कहा कि हो सकता है कि सरकार विपक्ष को फाइलों व जेल का डर दिखाकर उन्हें चुप रखना चाहती है। लेकिन हम चुप बैठने वाले नहीं हंै, इसी तरह से हम जनता की आवाज उठाते रहेंगे।
धनखड़ खेल मंत्री का इस्तीफा लें
जयहिन्द ने कहा कि भाजपाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ को इस्तीफा दे देना चाहिए या खेल मंत्री संदीप सिंह का इस्तीफा लेकर उसे जेल में डाल देना चाहिए क्योंकि जब ओमप्रकाश धनखड़ अपने ही समाज और क्षेत्र की बेटी को न्याय नहीं दिल सकते तो बाहर की जनता उनसे क्या ही उम्मीद लगा सकती है। यह मुख्यमंत्री और ओमप्रकाश धनखड़ के लिए बड़ी शर्म की बात है। अगर महिला खिलाड़ी मुख्यमंत्री की रिश्तेदार होती और ये जो धाराएं खेल मंत्री पर लगी है किसी आम व्यक्ति पर लगती या मुझ पर ही लगती तो अब तक जेल में डाल दिया जाता, तो खट्टर साहब खेल मंत्री को बचा कर क्या छिपाना चाहते है। मुख्यमंत्री खेल मंत्री का बचाव करके बेशर्मी की सभी हदें पार कर रहे है।