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पूर्व सिंचाई मंत्री जगदीश नेहरा पंचतत्व में विलीन

 
पूर्व सिंचाई मंत्री जगदीश नेहरा पंचतत्व में विलीन

पल पल न्यूज: सिरसा, 18 जनवरी। सिरसा के वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री चौधरी जगदीश नेहरा का आज सुबह 8 बजे निधन हो गया। वे करीब 84 साल के थे और पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका उपचार हिसार के एक निजी अस्पताल में चल रहा था जहां उन्होंने आज सुबह 8 बजे अंतिम सांस ली। बुधवार शाम को रानिया हलके के गांव भागसर में स्थित नेहरा फार्म हाउस में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र संदीप नेहरा ने मुख्याग्रिी दी। अंतिम संस्कार में राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक संगठनों के सदस्यों गणमान्य लोगों ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

नेहरा के निधन पर कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री कुमारी सैलजा, वरिष्ठ भाजपा नेता जगदीश चोपड़ा, पल पल के संपादक सुरेंद्र भाटिया, डॉ. आरएस सांगवान, सुरेंद्र सिंह वेदवाला, सहीराम सहारण, अजायब सिंह सेठी सहित विभिन्न दलों के नेताओं, सामाजिक धार्मिक संगठनों के सदस्यों ने शोक व्यक्त किया है। उनके निधन पर सिरसा बार एसोसिएशन ने भी आज नो वर्क डे घोषित कर दिया क्योंकि नेहरा सिरसा बार एसोसिएशन के सदस्य थे।

कुमारी सैलजा ने अपने शोक संदेश में लिखा है-मेरे पिताजी चौधरी दलबीर सिंह जी के समय से हमारे पारिवारिक मित्र रहे हरियाणा कांग्रेस  के मजबूत स्तंभ पूर्व मंत्री जगदीश नेहरा जी के निधन की खबर से मन व्यथित है। उन्होंने हमेशा किसान वर्ग के हितों जनसेवा को सर्वोपरि रखा। उनकी कमी हमेशा खलेगी। उल्लेखनीय है कि मई माह में उनके बड़े पुत्र सुरेंद्र नेहरा का निधन हो गया था।

दो बार रहे मंत्री

पूर्व मंत्री चौधरी जगदीश नेहरा का जन्म 5 जुलाई 1939 में राजस्थान के श्री गंगानगर जिले के गांव भाखरां वाली में हुआ था। उनके पिता का नाम चौधरी ख्यालीराम था। वे बचपन से ही प्रखर प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने बीए, एलएलबी, एमएमसी तक की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने अपनी शिक्षा ग्रामोत्थान विद्यापीठ संगरिया, बिरला आट्र्स कॉलेज पिलानी, डीएवी कॉलेज जालंधर, नेशनल कॉलेज सिरसा, दिल्ली विश्वविद्यालय पूरी की। उन्होंने कई बार विधानसभा के चुनाव लड़े। वे दो बार रोड़़ी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए और दोनों बार हरियाणा सरकार में 10 वर्षों तक मंत्री रहे। उन्होंने मंत्री रहते हुए शिक्षा, जनस्वास्थ्य, पशुपालन एवं डेयरी विकास, सिंचाई संसदीय कार्य विभागों का कार्यभार संभाला। जगदीश नेहरा की शिक्षा के प्रति विशेष रूचि रही है। इसी कारण उन्होंने पुस्तक लेखन का काम भी किया। उनके द्वारा मेरी विदेश यात्रा, मेरी यूरोप अमेरिका यात्रा, मेरी पाक यात्रा, कोरिया यात्रा, यादों के झरोखे से नामक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।

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उग्रवाद के दौर में की थी पदयात्रा

चौधरी जगदीश नेहरा आरंभ से ही सभी वर्गों के बीच आपसी प्रेम-प्यार बढ़ाने के पक्षधर रहे हैं। जब पंजाब में उग्रवाद का दौर चल रहा था, तब जगदीश नेहरा ने रोड़ी हलके में एक पद यात्रा निकाली थी। उनकी पद यात्रा 24 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 1984 तक चली थी। यात्रा का मुख्य उद्देश्य था कि सिख हिंदुओं के बीच आपसी भाईचारे को कायम रखा जाए। यात्रा के दौरान वे जिस गांव में जाते थे, उस रात उनका ठहराव उस गांव के गुरुद्वारा में ही होता था। उन्होंने हलके के सभी गांवों का दौरा करके लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी क्योंकि रोड़ी हलका पंजाब की सीमा से सटा हुआ है। जिस दिन पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी उस दिन उन्होंने गुरुद्वारा में भोग डालकर अपनी यात्रा का समापन किया था।