समाज-राष्ट्र में में खुशियों का संचार जरूरी: जस्टिस सूर्यकांत
Sat, 7 Jan 2023

रोहतक, 7 जनवरी। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने आज महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में हैप्पीट्यूड लैबोरेट्री (मनोल्लास प्रयोगशाला) का उद्घाटन किया। विवि के फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर भवन में इस अनूठी प्रयोगशाला का उद्घाटन एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय वशिष्ठ, हरकेश मनूजा, राजेश भारद्वाज, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा, रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन तनेजा समेत गणमान्यजन की उपस्थिति में किया गया।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने हैप्पीट्यूड लैबोरेट्री को बेहतरीन पहल बताया। उन्होंने कहा कि समाज-राष्ट्र में जन-जन में खुशियों का संचार जरूरी है। एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय ने पूरे विवि समुदाय के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए इस हैप्पीट्यूड लैबोरेट्री की स्थापना का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में खुशनुमा माहौल का सृजन करने का समग्र प्रयास किया जा रहा है। डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा ने इस हैप्पीट्यूड लैबोरेट्री की अवधारणा व इसके विशिष्ट पहलुओं की जानकारी दी।
मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने इससे पूर्व आयोजित-ड्रा ए हैप्पी पर्सन कंटेस्ट के नौ प्रतिभागियों को खुशियों के नवरत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। मुख्यातिथि, कुलपति व अन्य गणमान्य विभूतियों ने इस अवसर पर खुशियों के गुब्बारे हवा में छोड़े। स्माइली वाले गुब्बारों से खुशियों का संदेश संचारित किया गया।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति सूर्यकांत की पत्नी सविता, एमडीयू की प्रथम महिला डॉ. शरणजीत कौर, विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा, डीन सीडीसी प्रो. एएस मान समेत अन्य अधिकारीगण, विवि प्राध्यापकगण, शोधार्थी, विद्यार्थी उपस्थित रहे। मनोविज्ञान विभाग की प्राध्यापिका प्रो. अंजलि मलिक व प्रो. दीप्ति हुड्डा ने कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन किया।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने हैप्पीट्यूड लैबोरेट्री को बेहतरीन पहल बताया। उन्होंने कहा कि समाज-राष्ट्र में जन-जन में खुशियों का संचार जरूरी है। एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय ने पूरे विवि समुदाय के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए इस हैप्पीट्यूड लैबोरेट्री की स्थापना का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में खुशनुमा माहौल का सृजन करने का समग्र प्रयास किया जा रहा है। डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा ने इस हैप्पीट्यूड लैबोरेट्री की अवधारणा व इसके विशिष्ट पहलुओं की जानकारी दी।
मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने इससे पूर्व आयोजित-ड्रा ए हैप्पी पर्सन कंटेस्ट के नौ प्रतिभागियों को खुशियों के नवरत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। मुख्यातिथि, कुलपति व अन्य गणमान्य विभूतियों ने इस अवसर पर खुशियों के गुब्बारे हवा में छोड़े। स्माइली वाले गुब्बारों से खुशियों का संदेश संचारित किया गया।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति सूर्यकांत की पत्नी सविता, एमडीयू की प्रथम महिला डॉ. शरणजीत कौर, विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा, डीन सीडीसी प्रो. एएस मान समेत अन्य अधिकारीगण, विवि प्राध्यापकगण, शोधार्थी, विद्यार्थी उपस्थित रहे। मनोविज्ञान विभाग की प्राध्यापिका प्रो. अंजलि मलिक व प्रो. दीप्ति हुड्डा ने कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन किया।