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हुड्डा गुट को छोड़ बाकी कांग्रेसी नेताओं की मुंह दिखाई रस्म

 
हुड्डा गुट को छोड़ बाकी कांग्रेसी नेताओं की मुंह दिखाई रस्म
रोहतक, 5 जनवरी। भारत जोडऩे का सपना लेकर निकले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी हरियाणा में अपनी ही कांग्रेस को जोड़ नहीं पा रहे हैं। बेशक यात्रा दूसरे चरण में हरियाणा में प्रवेश करने वाली है लेकिन हुड्डा गुट को छोड़ दें तो राहुल गांधी के खासमखास कहे जाने वाले रणदीप सुरजेवाला और कुमारी शैलजा अभी तक केवल मुंह दिखाई की रस्म निभा रहे हैं जबकि दोनों की गिनती पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं में होती है। 
अगर किरण चौधरी की बात करें तो वह भी केवल हाजिरी लगाने यात्रा में शामिल हुई हैं।यानि कि राहुल की भारत जोड़ो यात्रा को हरियाणा में हुड्डा गुट के भरोसे छोड़दिया गया है। वैसे भी लंबे समय से यही कहा जा रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस मतलब हुड्डा गुट। अब 6 जनवरी होने वाली पानीपत रैली में भीड़ जुटाने का दारोमदार हुड्डा पिता-पुत्र पर आ गया है। इसके लिए वे मैदान पर मशक्कत करते हुए दिखाई भी दे रहे हैं।
छोटे हुड्डा ने संभाली कमान
पानीपत रैली को सफल बनाने के लिए सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कमान अपने हाथ में ले रखी है। रैली में भीड़ जुटाने और पिता की साख बचाने के लिए दीपेंद्र लगातार कार्यकर्ताओं की बैठकें कर रहे हैं। अभी छोटे हुड्डा झज्जर, सोनीपत, रोहतक, पानीपत, जींद, कुरुक्षेत्र व भिवानी सहित 10 से ज्यादा जगह बैठक ले चुके हैं।
भीड़ हुड्डा की, मुंह दिखाई शैलजा व सुरजेवाला की 
पानीपत रैली में शामिल होने वाली भीड़ शुद्ध रूप से हुड्डा गुट की होगी क्योंकि अभी तक दूसरे किसी गुट ने इसकी तैयारियां नहीं की है। बावजूद पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव होने के कारण कुमारी शैलजा व रणदीप सुरजेवाला को मंच पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के साथ मुंह दिखाई का मौका जरूर मिलेगा।भारत जोड़ो यात्रा: हुड्डा गुट को छोड़ बाकी कांग्रेसी नेताओं की मुंह दिखाई रस्म
पल पल न्यूज: रोहतक, 5 जनवरी (दर्शन अरोड़ा)। भारत जोडऩे का सपना लेकर निकले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी हरियाणा में अपनी ही कांग्रेस को जोड़ नहीं पा रहे हैं। बेशक यात्रा दूसरे चरण में हरियाणा में प्रवेश करने वाली है लेकिन हुड्डा गुट को छोड़ दें तो राहुल गांधी के खासमखास कहे जाने वाले रणदीप सुरजेवाला और कुमारी शैलजा अभी तक केवल मुंह दिखाई की रस्म निभा रहे हैं जबकि दोनों की गिनती पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं में होती है। 
अगर किरण चौधरी की बात करें तो वह भी केवल हाजिरी लगाने यात्रा में शामिल हुई हैं।यानि कि राहुल की भारत जोड़ो यात्रा को हरियाणा में हुड्डा गुट के भरोसे छोड़दिया गया है। वैसे भी लंबे समय से यही कहा जा रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस मतलब हुड्डा गुट। अब 6 जनवरी होने वाली पानीपत रैली में भीड़ जुटाने का दारोमदार हुड्डा पिता-पुत्र पर आ गया है। इसके लिए वे मैदान पर मशक्कत करते हुए दिखाई भी दे रहे हैं।
छोटे हुड्डा ने संभाली कमान
पानीपत रैली को सफल बनाने के लिए सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कमान अपने हाथ में ले रखी है। रैली में भीड़ जुटाने और पिता की साख बचाने के लिए दीपेंद्र लगातार कार्यकर्ताओं की बैठकें कर रहे हैं। अभी छोटे हुड्डा झज्जर, सोनीपत, रोहतक, पानीपत, जींद, कुरुक्षेत्र व भिवानी सहित 10 से ज्यादा जगह बैठक ले चुके हैं।
भीड़ हुड्डा की, मुंह दिखाई शैलजा व सुरजेवाला की 
पानीपत रैली में शामिल होने वाली भीड़ शुद्ध रूप से हुड्डा गुट की होगी क्योंकि अभी तक दूसरे किसी गुट ने इसकी तैयारियां नहीं की है। बावजूद पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव होने के कारण कुमारी शैलजा व रणदीप सुरजेवाला को मंच पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के साथ मुंह दिखाई का मौका जरूर मिलेगा।