आग से 35 झुग्गियां राख, प्रवासी मजदूरों का हजारों का नुकसान
Nov 1, 2024, 20:15 IST
हिसार, 1 नवंबर शहर के सेक्टर-16 व 17 के पास
झुग्गी झोपड़ियों में अचानक लगी आग ने लगभग 35 से अधिक झुग्गियों को अपनी चपेट में
ले लिया। गनीमत रही कि आग से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ लेकिन बिहार से आकर रह रहे प्रवासी
मजदूरों का हजारों का जरूरी सामान व कपड़े जलकर राख हो गए। आसपास के लोगों ने झोपड़ियों
में खेल रहे बच्चों को बाहर निकाला।
बताया जा रहा है कि सेक्टर-16 व 17 के पास झुग्गी झोपड़ियों
में शुक्रवार दोपहर बाद अचानक आग लग गई। उस समय झोपड़ियों में रहने वाली महिलाएं व
मजदूर बाहर काम पर गए हुए थे जबकि कुछ बच्चे आसपास व कुछ अंदर खेल रहे थे, जिन्हें
आसपास के लोगों ने मुश्किल से बाहर निकाला। आग की सूचना दमकल विभाग को दी गई।
मौके पर मौजूद दमकल विभाग की करीब 10 से 12 गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत से लगभग दो घंटे में
काबू पाया। बताया जा रहा है कि बच्चों द्वारा पटाखे जलाने से लगी चिंगारी कारण एक झोपड़ी
में आग लगी और देखते ही देखते आग अन्य झोपड़ियों में फैल गई। पुलिस मामले की जांच कर
रही है। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी जगदीश चंद्र ने बताया कि उन्हें
सूचना मिली थी कि झोपड़ियों में आग लगी है। सूचना पाकर वे तुरंत मौके पर पहुंचे और
देखा कि झोपड़ियों में आग लगी हुई है और यह लगातार फैल रही है। इसके बाद दमकल विभाग
को सूचना दे दी गई।
प्रवासी मजदूर परमजीत ने बताया कि वह करीब दो सालों से
यहां पर झोपड़ी में रह रहा है। मजदूरी करने के लिए गया था। उन्हें सूचना मिली कि उनकी
झोपड़ी में आग लग गई है। आकर देखा तो झोपड़ी का सारा सामान जला हुआ था। इसके साथ ही
उसके पांच हजार रूपए भी जल गए हैं। प्रवासी मजदूर सदानंद ने बताया कि 5-6 महीने से
झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। झोपड़ी में रखा सारा सामान जल गया है। अब उनके पास खाने के
लिए कुछ नहीं बचा है। मजदूरी करके पेट पाल रहे थे।
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उन्हें आज रात को ही अपने
गांव पटना जाना था। झोपड़ी में 20 हजार रुपये रखे हुए थे। वह अब मजदूरी करके वापस आ
रहा था। उन्हें सूचना मिली कि झोपड़ी में आग लगी है। मौके पर पहुंच कर देखा तो सब कुछ
जलकर राख हो चुका है। बिहार की रहने वाली तुलसी ने बताया कि झाडू-पोछा करके उसने
20 हजार जमा किए थे, घर पर उसकी बेटी थी। वह काम पर गई हुई थी। जैसे ही सूचना मिली,
तो आकर देखा झोपड़ी का सारा सामान जला हुआ था।
झुग्गी झोपड़ियों में अचानक लगी आग ने लगभग 35 से अधिक झुग्गियों को अपनी चपेट में
ले लिया। गनीमत रही कि आग से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ लेकिन बिहार से आकर रह रहे प्रवासी
मजदूरों का हजारों का जरूरी सामान व कपड़े जलकर राख हो गए। आसपास के लोगों ने झोपड़ियों
में खेल रहे बच्चों को बाहर निकाला।
बताया जा रहा है कि सेक्टर-16 व 17 के पास झुग्गी झोपड़ियों
में शुक्रवार दोपहर बाद अचानक आग लग गई। उस समय झोपड़ियों में रहने वाली महिलाएं व
मजदूर बाहर काम पर गए हुए थे जबकि कुछ बच्चे आसपास व कुछ अंदर खेल रहे थे, जिन्हें
आसपास के लोगों ने मुश्किल से बाहर निकाला। आग की सूचना दमकल विभाग को दी गई।
मौके पर मौजूद दमकल विभाग की करीब 10 से 12 गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत से लगभग दो घंटे में
काबू पाया। बताया जा रहा है कि बच्चों द्वारा पटाखे जलाने से लगी चिंगारी कारण एक झोपड़ी
में आग लगी और देखते ही देखते आग अन्य झोपड़ियों में फैल गई। पुलिस मामले की जांच कर
रही है। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी जगदीश चंद्र ने बताया कि उन्हें
सूचना मिली थी कि झोपड़ियों में आग लगी है। सूचना पाकर वे तुरंत मौके पर पहुंचे और
देखा कि झोपड़ियों में आग लगी हुई है और यह लगातार फैल रही है। इसके बाद दमकल विभाग
को सूचना दे दी गई।
प्रवासी मजदूर परमजीत ने बताया कि वह करीब दो सालों से
यहां पर झोपड़ी में रह रहा है। मजदूरी करने के लिए गया था। उन्हें सूचना मिली कि उनकी
झोपड़ी में आग लग गई है। आकर देखा तो झोपड़ी का सारा सामान जला हुआ था। इसके साथ ही
उसके पांच हजार रूपए भी जल गए हैं। प्रवासी मजदूर सदानंद ने बताया कि 5-6 महीने से
झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। झोपड़ी में रखा सारा सामान जल गया है। अब उनके पास खाने के
लिए कुछ नहीं बचा है। मजदूरी करके पेट पाल रहे थे।
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उन्हें आज रात को ही अपने
गांव पटना जाना था। झोपड़ी में 20 हजार रुपये रखे हुए थे। वह अब मजदूरी करके वापस आ
रहा था। उन्हें सूचना मिली कि झोपड़ी में आग लगी है। मौके पर पहुंच कर देखा तो सब कुछ
जलकर राख हो चुका है। बिहार की रहने वाली तुलसी ने बताया कि झाडू-पोछा करके उसने
20 हजार जमा किए थे, घर पर उसकी बेटी थी। वह काम पर गई हुई थी। जैसे ही सूचना मिली,
तो आकर देखा झोपड़ी का सारा सामान जला हुआ था।