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डा. शील कौशिक की 14 पुस्तकों का हुआ लोकार्पण

पंच षष्टि-पूर्ति के अवसर पर हुडा सेक्टर में हुआ साहित्यिक कार्यक्रम
 
डा. शील कौशिक की 14 पुस्तकों का हुआ लोकार्पण

सिरसा, 22 नवंबर। माता महादेवी कौशिक बाल साहित्य संस्थान, सिरसा के तत्वावधान में डा. शील कौशिक की पंच षष्टि-पूर्ति के अवसर पर मेजर हाउस-17, हुडा सेक्टर-20 में साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में प्रतिष्ठित वरिष्ठ बाल साहित्यकार गोविंद शर्मा संगरिया राजस्थान, प्रतिष्ठित उपन्यासकार लाजपतराय गर्ग पंचकूला, डॉ. कृष्णलता यादव गुरुग्राम, डॉ. मंगलेश कुमार एवं डा. सविता शर्मा चरखी दादरी, करतार सिंह जाखड़ झज्जर, दिलबाग सिंह विर्क डबवाली, प्रवीण पारीक उर्फ अंशु ऐलनाबाद तथा सिरसा के वरिष्ठ साहित्यकारों सहित 45 साहित्यकारों तथा 30 अन्य गणमान्य लोगों ने भाग लिया। लावण्या द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। अतिथियों की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। दो सत्रों में रखे कार्यक्रम के प्रथम सत्र के अध्यक्ष मंडल में डॉ. जीडी चौधरी, गोविंद शर्मा, प्रो. रूप देवगुण, प्रवीण बागला व डा. अशोक कुमार मंगलेश तथा दूसरे सत्र के अध्यक्ष मंडल में डॉ. राजकुमार निजात, कृष्णलता यादव, लाजपत राय गर्ग, अंजू डूमरा और ज्ञानप्रकाश पीयूष सम्मिलित थे। इस अवसर पर डॉ. शील कौशिक की सन-2022 में प्रकाशित 14 पुस्तकों का विमोचन हुआ। जिसमें चार पुस्तकें डा. कृष्णलता यादव, डा. मंगलेश कुमार, दिलबाग सिंह विर्क, करतार सिंह जाखड़ ने क्रमश: डा. शील कौशिक की लघुकथा, कविता, कहानी तथा लिटरेरी क्रिटिसिज्म पर पुस्तकें लिखीं। डा. शील कौशिक की मासूम गंगा के सवाल कविता-संग्रह का अंग्रेजी अनुवाद डॉ. मेजर शक्तिराज कौशिक ने किया।  इसके अतिरिक्त विविध विधाओं लघु कविता, लघुकथा, आलेख, दोहे, समीक्षा, बालकथा, लघुकथा समालोचना में उनकी नौ पुस्तकों का भी लोकार्पण हुआ। उपरोक्त विधाओं पर संबंधित लेखकों, विशेषज्ञों द्वारा विस्तार से चर्चा की गई। डॉ. कृष्णलता यादव को लघुकथा आलोचक सम्मान-2022, डा. अशोक कुमार मंगलेश को हिंदी साहित्य समालोचना स मान-2022, दिलबाग सिंह विर्क को हिंदी कथा समालोचक सम्मान-2022 तथा करतार सिंह जाखड़ को काव्य आलोचक सम्मान-2022 से विभूषित किया गया। वहीं माता महादेवी कौशिक बाल साहित्य संस्थान, सिरसा द्वारा वरिष्ठ बाल साहित्यकार गोविंद शर्मा को माता महादेवी कौशिक बाल साहित्य श्री सम्मान-2022 तथा रुझान चौधरी को माता महादेवी कौशिक बाल साहित्य सृजन सम्मान-2022 से नवाजा गया। डॉ. जीडी चौधरी द्वारा आशीर्वचन, प्रो. रूप देवगुण, डा. राजकुमार निजात द्वारा डा. शील कौशिक के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम शील कौशिक पर केंद्रित होने के कारण उनकी गज़लें, कविताएं, बाल कहानी तथा बाल कविताएं प्रस्तुत की गई। बता दें कि डॉ. शील कौशिक हरियाणा साहित्य अकादमी से सम्मानित होने के साथ-साथ देशभर के 14 राज्यों से सम्मानित साहित्यकार हैं। विविध विधाओं में अब तक उनकी 46 पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। उनके साहित्य पर चार पीएच.डी तथा छह एम.फिल संपन्न हो चुकी हैं।