आईएल एंड एफएस मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के समक्ष पेश हुए जयंत पाटिल
May 22, 2023, 14:15 IST

मुंबई/नई दिल्ली, 22 मई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता एवं महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुंचे। ईडी ने जयंत पाटिल को इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएल एंड एफएस) से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए समन जारी किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि अब दिवालिया हो चुकी वित्तीय सेवा कंपनी आईएल एंड एफएस में कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए पाटिल को तलब किया था। ईडी ने पाटिल को पहले 12 मई को पेश होने के लिए समन जारी किया गया था लेकिन उन्होंने कुछ व्यक्तिगत कामों की वजह से दस दिन की मोहलत मांगी थी। इसके बाद उन्हें 22 मई को पेश होने के लिए कहा गया था।
जयंत पाटिल ने ईडी की ओर से पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर उन्होंने कहा कि विपक्ष का हिस्सा होने पर इस प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ता है। दरअसल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार के करीबी जंयत पाटिल से आईएल एंड एफएस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ होनी है। ये जांच आईएल एंड एफएस समूह के ऋण और कोहिनूर सीटीएनएल में इक्विटी निवेश में कथित अनियमितताओं से संबंधित है, जो डिफॉल्टरों में से एक है।
उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय एक बहु-अनुशासनात्मक संगठन है, जो मनी लॉन्ड्रिंग (अवैध धन को वैध करना) जैसे अपराधों और विदेशी मुद्रा कानूनों के उल्लंघन की जांच करता है। ईडी वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अधीन कार्य करता है।
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि अब दिवालिया हो चुकी वित्तीय सेवा कंपनी आईएल एंड एफएस में कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए पाटिल को तलब किया था। ईडी ने पाटिल को पहले 12 मई को पेश होने के लिए समन जारी किया गया था लेकिन उन्होंने कुछ व्यक्तिगत कामों की वजह से दस दिन की मोहलत मांगी थी। इसके बाद उन्हें 22 मई को पेश होने के लिए कहा गया था।
जयंत पाटिल ने ईडी की ओर से पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर उन्होंने कहा कि विपक्ष का हिस्सा होने पर इस प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ता है। दरअसल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार के करीबी जंयत पाटिल से आईएल एंड एफएस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ होनी है। ये जांच आईएल एंड एफएस समूह के ऋण और कोहिनूर सीटीएनएल में इक्विटी निवेश में कथित अनियमितताओं से संबंधित है, जो डिफॉल्टरों में से एक है।
उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय एक बहु-अनुशासनात्मक संगठन है, जो मनी लॉन्ड्रिंग (अवैध धन को वैध करना) जैसे अपराधों और विदेशी मुद्रा कानूनों के उल्लंघन की जांच करता है। ईडी वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अधीन कार्य करता है।