कैथल: लोन कराने के बहाने घर बुलाने वाला ही निकला लूट का मास्टरमाइंड
Jan 19, 2023, 17:57 IST
कैथल, 19 जनवरी। गत दिवस गुहला के अजीमगढ़ में फाइनेंस कंपनी की कर्मचारी महिला से हुई लूटपाट की घटना को सीआईए वन पुलिस ने सुलझा लिया है। फाइनेंस कर्मचारी महिला को लोन के बहाने घर बुलाने वाला कंपनी का पुराना ग्राहक ही लूट का मास्टरमाइंड निकला। पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार कर वारदात में प्रयोग की गई कार बरामद कर ली है। अदालत ने चारों को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है।
गुहला के डीएसपी सुनील कुमार ने सीआईए वन में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि लूट की वारदात का मास्टरमाइंड गुरदयान ने ही लूट की योजना बनाई थी। मंगलवार को उसने भवानीगढ़ फाइनेंस कंपनी में रकम अदा करके रहन रखे हुए गहने छुड़ाए थे। योजना के तहत बजाज फाइनेंस कंपनी भवानीगढ़ जिला संगरूर की सेल्स मैनेजर पूजा रानी को उसने दूसरे गहनों पर लोन देने के लिए अपना गांव सरोला चलने के लिए राजी कर लिया। गुरदयान कंपनी का पुराना ग्राहक था इसलिए पूजा ने उस पर आसानी से विश्वास कर लिया। उसने फाइनेंस कंपनी से वापस लिए गहने भी पूजा के बैग में विश्वास जमाने के लिए रख दिए।
वह मंगलवार को दोपहर 11:00 बजे पंजाब के गांव अलवर निवासी रूपेंद्र सिंह के मोटरसाइकिल पर बैठकर फाइनेंस के काम से भवानीगढ़ से समाना के लिए चली थी। उनके आगे उनका ग्राहक गुरु ध्यान सिंह अपनी मोटरसाइकिल पर उनके साथ चला। वह संगरूर निवासी रुपेंद्र के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर अपने फाइनेंस के काम से सरौला के लिए चल दी। उनके आगे गुरध्यान चल रहा था। इसके बाद जब दोपहर को गुरध्यान से सोना लेने के बाद करीब एक बजे गांव अजीमगढ़ नजदीक टमाटर गोदाम पहुंचे तो उनके पीछे एक कार आई। जिसमें बैठे लोगों ने कार को उनकी मोटरसाइकिल के आगे अड़ा दिया। कार में से उतरकर एक व्यक्ति ने उसकी कनपटी पर पिस्तौल तान दी तथा बैग लूट कर आरोपी फरार हो गए। इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड गुरध्यान ने ही अपने साले सिमरनजीत सिंह के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी।
गुहला के डीएसपी सुनील कुमार ने सीआईए वन में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि लूट की वारदात का मास्टरमाइंड गुरदयान ने ही लूट की योजना बनाई थी। मंगलवार को उसने भवानीगढ़ फाइनेंस कंपनी में रकम अदा करके रहन रखे हुए गहने छुड़ाए थे। योजना के तहत बजाज फाइनेंस कंपनी भवानीगढ़ जिला संगरूर की सेल्स मैनेजर पूजा रानी को उसने दूसरे गहनों पर लोन देने के लिए अपना गांव सरोला चलने के लिए राजी कर लिया। गुरदयान कंपनी का पुराना ग्राहक था इसलिए पूजा ने उस पर आसानी से विश्वास कर लिया। उसने फाइनेंस कंपनी से वापस लिए गहने भी पूजा के बैग में विश्वास जमाने के लिए रख दिए।
वह मंगलवार को दोपहर 11:00 बजे पंजाब के गांव अलवर निवासी रूपेंद्र सिंह के मोटरसाइकिल पर बैठकर फाइनेंस के काम से भवानीगढ़ से समाना के लिए चली थी। उनके आगे उनका ग्राहक गुरु ध्यान सिंह अपनी मोटरसाइकिल पर उनके साथ चला। वह संगरूर निवासी रुपेंद्र के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर अपने फाइनेंस के काम से सरौला के लिए चल दी। उनके आगे गुरध्यान चल रहा था। इसके बाद जब दोपहर को गुरध्यान से सोना लेने के बाद करीब एक बजे गांव अजीमगढ़ नजदीक टमाटर गोदाम पहुंचे तो उनके पीछे एक कार आई। जिसमें बैठे लोगों ने कार को उनकी मोटरसाइकिल के आगे अड़ा दिया। कार में से उतरकर एक व्यक्ति ने उसकी कनपटी पर पिस्तौल तान दी तथा बैग लूट कर आरोपी फरार हो गए। इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड गुरध्यान ने ही अपने साले सिमरनजीत सिंह के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी।