Pal Pal India

नई दिल्ली से पत्रकार ऊषा माहना की कलम से।

 
 नई दिल्ली से पत्रकार ऊषा माहना की कलम से।
 नई दिल्ली स्थित SPID (सोसायटी फॉर पार्टीसिपेटरी इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट) और ARZ के द्वारा संयुक्त सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य बाल यौन तस्करी को रोकने है।

कार्यक्रम में आए सभी अभिव्यक्ति एवं प्रतिभागियों का स्वागत श्री अवधेश यादव जी द्वारा स्वागत किया गया।

ओर उन्होंने अपने इस प्रोग्राम के की गंभीरता से अवगत करते हुए कहा कि बाल तस्करी और महिला तस्करी एक बहुत ही गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। ओर इसे हमे सभी को साथ मिलकर सभी NGO's के साथ मिलकर इस मुद्दे पर गंभीरता से काम करे।

हम आशा करते है कि हम सभी इस मुद्दे पर आज यह एकत्र हुए है। ओर ARZ के साथ मिलकर दिल्ली से गोवा तक बढ़ते सेक्स ट्रैफिकिंग को कैसे रोक सकते है।

इस कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अधिकारी 
1. श्रीमती विजया राहतकर (माननीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय महिला आयोग)
2. श्रीमती संगीता यादव (माननीय राज्यसभा सदस्य उत्तर प्रदेश)
3. श्रीमती रंजिता पाई माननीय अध्यक्ष, गोवा राज्य महिला आयोग)
4. श्री अरुण पांडे (अर्ज)
5. जूलियाना लोहार (अर्ज)
6. एडवोकेट हेमराज (कानूनी हस्तक्षेप और पुनर्वास)
7. एडवोकेट आंचल (compensation)
8. एडवोकेट वरुण पाठक (आश्रय गृह)
9. श्रीमती ज्योति दुहान राठी (आजीविका)
10. श्रीमती मीनू मेहता (महिलाओं के विरुद्ध हिंसा)
11. विपिन भट्ट (हक सेंटर)

 अरुण पांडे जी द्वारा मुख्य अतिथियों का का स्वागत करते हुए सभी को सम्मानित किया गया। ओर मुख्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित करवाए गए और कार्यक्रम की शुरुआत की गई। 
अर्ज से अरुण जी ने बताया आज की मुख्य चर्चा दिल्ली से गोवा तक सेक्स ट्रैफिकिंग को रोकना। तथा महिलाओं और बच्चों को मानसिक, शारीरिक, आर्थिक, रूप से कमजोर कमजोर लोगों को चिन्हित करती है।  इसके मुख्य कारणों पर चर्चा करते हुए अपने पीपीटी के माध्यम से विस्तार में बताया।

इसके बाद कार्यक्रम को आगे  बढ़ाते हुए माननीय राज्यसभा सांसद - संगीता यादव जी ने सरकार की कई सारी योजना जैसे कस्तूरबा स्कूल स्कूल में दाखिला दिलवा सकते है। और इसके अलावा कई सारे प्रोफेशनल कोर्स सरकार द्वारा चालू करवाया जा रहा है। और सेवाओं के बारे में बताया उसके साथ में कार्यक्रम के बहुत सारी प्रशंसा करते हुए तथा इसकी गंभीरता को समझते हुए कई सारी चीज बताएं जिसमें उन्होंने एंटी ट्रैफिकिंग बिल को पार्लियामेंट से पास करवाने के बारे में भी बात की तथा इसके अलावा कोई भी आवश्यकता इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। 

कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए श्रीमती विजया राहतकर (माननीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय महिला आयोग) से बुलाया गया। जिन्होंने स्पीड को बहुत सारी प्रशंसा करते हुए इस कार्यक्रम को प्रोत्साहन किया तथा उन्होंने बताया उनके समय में कई सारे ऐसे की जिसमें उन्होंने चाइल्ड ट्रैफिकिंग में फंसे बच्चों को बच्चा है परंतु ट्रैफिकरो को पकड़ने में कामयाब नहीं हो पाए साथ में उनका डिपार्मेंट किसी विषय पर काम कर रहा है और उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग सभी राज्यों के डीसीपी प्रत्येक माह मीटिंग होती है। उन्होंने उपस्थित सभी NGO को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने अवधेश यादव जी से अरुण पांडे जी से जो चाइल्ड ट्रैफिकिंग पर काम कर रहे हैं उनका डाटा एनसीडब्ल्यू में लाएं एनसीडब्ल्यू सभी NGO के साथ मिलकर काम करेगी।

कार्यक्रम को आगे बढ़ते हैं श्रीमती रंजिता पाई माननीय अध्यक्ष, गोवा में अपने कुछ एक्सपीरियंस पर शेयर करते हुए सभी माननीय अधिकारियों का स्वागत किया तथा सुधारों के बारे में बताया, तथा सभी को धन्यवाद किया।

अरुण जी के द्वारा कई सारी बातें बताई गई ओर और उनके द्वारा अपनी एक्सपीरियंस उन्होंने कैसे उन्होंने इसे रोकने तथा इसके बढ़ने के बारे में प्रसारित किया जाता है कैसे काम होता है कौन-कौन से प्रदेश में सबसे ज्यादा यह घटना सामने आती है सभी का डाटा प्रदर्शित किया तथा उसके बारे में बताएं तथा ओर बचाव के लिए बताया।

कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए जुनिलिया मेंम द्वारा पीपीटी द्वारा नेटवर्क के बारे में बताएं अगर किसी अगर किसी को रेस्क्यू किया गया है तो उनके लिए एक टीम का गठन होता है जैसे एसडीएम द्वारा पांच लोगों की टीम का गठन किया जाता है और उसमें 21 दिन के अंदर सारी जरूरी कार्यवाही पूरी की जाती है इस पैनल में एक लॉयर एक एनजीओ पर्सन एक सी डब्लू सी मेंबर एक डॉक्टर साइकोलॉजिस्ट होते हैं अन्य 21 दिनों के अंदर हम इन्वेस्टिगेशन भी की जाती है जिसमें फैमिली का बैकग्राउंड फैमिली प्रोविजन भी नोटिस किया जाता है तथा  इस कार्यक्रम में यह सभी पॉइंट्स बताए गए।

ओर फिर कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए 
1. एडवोकेट हेमराज जी द्वारा कई सारे कानूनी और पुनर्वास के बारे में बताया तथा उनके एक्सपीरियंस और कोर्ट में आने वाली परेशानियों और विक्टिम को आने वाली परेशानियों के बारे में कानूनी सलाह व परामर्श दिए गए। 
2. एडवोकेट आंचल जी द्वारा पीड़ित महिलाओं को सरकार से मिलने वाली सहायता राशि तथा उसमें विलंब तथा उसे लेने का तरीका और उसके कानूनी प्रक्रियाओं को बताया 
3. श्रीमती ज्योति दुल्हन राठी जी द्वारा आजीविका के ऊपर बात की गई 
4. श्रीमती मीनू मेहता जी द्वारा महिलाओं के विरोध में हिंसा के ऊपर बात की गई 
5. एडवोकेट वरुण पाठक जी द्वारा के आश्रय ग्रह के बारे मेंबात की गई
6. श्री विपिन भट्ट जी द्वारा हक से एयरटेल के ऊपर अपने विचार रखें