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किसान यूनियन की मांग, सख्ती से लागू हो नकली बीज और खाद के खिलाफ कानून

 
  किसान यूनियन की मांग, सख्ती से लागू हो नकली बीज और खाद के खिलाफ कानून
फतेहाबाद, 10 अप्रैल । प्रदेश सरकार द्वारा नकली बीज व पेस्टीसाइड को लेकर कानून में किए गए संशोधन के विरोध को लेकर पेस्टीसाइड यूनियन और किसान संगठन आमने-सामने नजर आ रहे हैं। एक तरफ जहां पेस्टीसाइड विक्रेताओं ने इस कानून के खिलाफ हड़ताल कर दुकानें बंद कर रखी हैं वहीं भारतीय किसान यूनियन ने न केवल इस कानून को किसानों के लिए जरूरी बताया है बल्कि इसे सख्ती से लागू करने की भी मांग की है। भारतीय किसान यूनियन नैन के प्रदेशाध्यक्ष जोगिंदर नैन का कहना है कि यह कानून किसानों के लिए जरूरी है। इस कानून को लागू करवाने में उनके संगठन ने बड़ी भूमिका निभाई है। किसान नेता जोगिंदर नैन ने बताया कि फरवरी 2024 में उनके संगठन ने हिसार की कृषि विश्वविद्यालय में 90 क्विंटल नकली बीज पकड़वाया था। इसके बाद सरकार के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर से बातचीत हुई। पहले नकली बीज के सैंपल फेल होने पर सिर्फ 3 महीने का लाइसेंस सस्पेंड या 500 रुपए जुर्माने का प्रावधान था। किसान नेता ने केरल और महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां नकली बीज बेचने पर 3 से 7 साल की सजा का प्रावधान है। इसी के बाद हरियाणा सरकार ने भी कानून में संशोधन किया। जींद के बीज-दवा विक्रेता कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी से मिलकर इस कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। जोगिंदर नैन ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा किसानों के साथ है। उन्होंने मांग की कि सरकार को हैफेड और अन्य सरकारी दुकानों पर खाद-बीज की वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए, क्योंकि कई दुकानदार हड़ताल पर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इस कानून को सख्ती से लागू करना चाहिए।